बरेली। थाना हाफिजगंज क्षेत्र के एक गांव से एक साथ तीन किशोरों के लापता होने से बरेली पुलिस मे हडकंप मच गया। पुलिस उनकी खोज मे शहर की तरफ बढ़ रही थी और घूमने के लिए एक साइकिल से ही शहर पहुंचे किशोर भूख लगने पर गांव की ओर लौट रहे थे। रास्ते मे पुलिस ने उनको अपनी सुरक्षा मे ले लिया। बाद मे परिजनों के सुपुर्द कर दिया। 24 घंटे तक पूरा मामला किसी हिन्दी फिल्म की तरह घटता रहा। जनपद के थाना हाफिजगंज क्षेत्र के गांव चेना मुरारपुर निवासी तीन छात्र घर से शुक्रवार की सुबह घास काटने निकले थे। मगर यह तीनों छात्र रात तक घर नही लौटे। छात्रों के लापता होने की अफवाह से परिवार और गांव में हड़कंप मच गया। बच्चों के परिजनों ने पुलिस से शिकायत की। इसके बाद पुलिस के साथ परिजन बच्चों की तलाश में जुट गए। यह बच्चे घर से घास काटने आए थे। मगर गांव के पास नहर मे फब्बारा देखने के बाद शहर आ गए। परिजन डांटेंगे इसलिए सैटेलाइट बस स्टैंड के पास रात को पन्नी बिछाकर रोड के किनारे सो गए। भूख की बेचैनी के कारण शनिवार की दोपहर बाद घर लौटने का फैसला लिया। किशोर साइकिल से घर लौट रहे थे। इस दौरान गांव के रास्ते के पास पुलिस मिल गई। हाफिजगंज थाना पुलिस ने तीनों छात्रों को कब्जे मे ले लिया। पुलिस ने देर शाम बच्चों के परिजनों को थाने बुला लिया। इस मामले मे हाफिजगंज थाना इंस्पेक्टर अजीत कुमार ने बताया कि इज्जतनगर थाना क्षेत्र के मल्लपुर गांव के जंगल मे हाफिजगंज थाना क्षेत्र के चेना मुरारपुर गांव निवासी हिमांशु यादव (14 वर्ष), अर्जुन राम (12 वर्ष), और सुरेंद्र यादव (13 वर्ष) शुक्रवार को जंगल में घास काटने की बात कह कर एक साथ साइकिल पर निकले थे। हिमांशु घास काटने के लिए पहली बार गया था। इनके पास कोई भी मोबाइल फोन नही था। यह तीनों शाम तक जब घर वापस नही लौटे तो घर के लोग उन्हें तलाशने मे जुट गए। मगर उनका कुछ पता नही चला। काफी देर तक तलाशने के बाद जब उनके बारे में कोई भी जानकारी नही मिली। इसके बाद परिजनों ने घटना की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने उनके जाने वाले रास्ते पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। इसके बाद तीनों बच्चे एक ही साइकिल पर जाते हुए दिखाई दे रहे थे। मगर शनिवार दोपहर साइकिल से गांव की तरफ लौट रहे थे। उनसे पुलिस ने पूछताछ की। इसके बाद पुलिस तीनों को थाने ले गई। बाद मे परिजनों के सुपुर्द कर दिया।।
बरेली से कपिल यादव