सरकारी धन के खर्च मे वित्तीय गड़बड़ी पर सचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज

बरेली। जनपद के थाना मीरगंज क्षेत्र के गांव मसिहाबाद व तिलमास में विकास कार्यों को मिली धनराशि में ग्राम पंचायत सचिव ने बड़ा गोलमाल कर दिया। जांच में घोटाला मिलने पर डीपीआरओ के निर्देश पर सहायक विकास अधिकारी पंचायत ने सचिव के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। ब्लॉक मीरगंज के ग्राम मसिहाबाद एवं तिलमास में विकास कार्यों को धनराशि का दुरुपयोग करने की शिकायत प्रशासन को मिली थी। जिला पंचायत राज अधिकारी ने आरोपों की जांच की। जांच में अनियमितताएं बरतने की पुष्टि हुई। मसिहाबाद मे हुई जांच मे पता चला ग्राम पंचायत सचिव नरेश पाल ने स्थानांतरण के बाद ग्राम पंचायत के एकाउंट से 189492 रुपये निकाले। जांच मे तीन पत्रावली प्रस्तुत की। इसमें हैंडपंप रिबोर को 47254 रुपये निकाले। दानिश रजा पाइप स्टोर के नाम से 38500 रुपयों का बिल वाउचर जांच मे प्रस्तुत किया गया। स्टीमेट पर प्रधान के हस्ताक्षर नही थे। इन कार्यों की वित्तीय, प्रशासनिक एवं तकनीकी स्वीकृति नही ली गई। स्थलीय जांच में सचिव रिबोर वाला स्थान नही बता सके। वही गांव के पंचायत घर मे इंटरलॉकिंग एवं मरम्मत कार्य को 361880 रुपयों का इस्टीमेट बना। इसका मूल्यांकन 349375 रुपयों का हुआ। जांच में इस कार्य के 249975 रुपयों के व्यय के बिल वाउचर पत्रावली में मिले। जबकि बैंक स्टेमेंट के अनुसार 349375 निकाले गए। गांव में नाली एवं डिप निर्माण को 51290 रुपयों का स्टीमेट बना। इसका मापांकन 48882 रुपयों का हुआ। सचिव ने स्थानांतरण के बाद तिलमास ग्राम पंचायत के एकाउंट से 125000 रुपये आहरित किए। सचिव द्वारा प्रस्तुत पत्रावली मे बाबूराम के घर से मंदिर तक नाला निर्माण करने का उल्लेख है। इसके 176914 रुपयों के स्टीमेट का मूल्यांकन 171125 रुपयों का हुआ। इस कार्य के जो फोटो पत्रावली पर जांच में लगे मिले। वह अन्य कार्य के पाए गए। इसमें न्यू शिवा ब्रिक फील्ड इंडस्ट्रीज के 57318 रुपयों के बिल वाउचर मिले। शिवा इंटरप्राइजेज एवं न्यू शिवा इंडस्ट्रीज के खाली वाउचर पाए गए। पत्रावली के किसी भी प्रपत्र पर हस्ताक्षर नही मिले। जबकि इस कार्य को एकाउंट से 171125 रुपये आहरित किए गए। तिलमास मे गौशाला में मिट्टी भराव की पत्रावली में जांच में एमबी और इस्टीमेट मिले। राशि खर्च करने के वाउचर नहीं मिले। गौशाला की दीवार निर्माण को 485965 रुपये आहरित किए वाउचर पत्रावली में नहीं मिले। ई-ग्राम स्वराज स्टेटमेंट के अनुसार 49149 रुपये आहरित किए गए। मैन रोड पर सियाराम के घर व शरीफ की दुकान के सामने नाला निर्माण को 294184 रुपये निकाले। बिल वाउचर पर सचिव एवं प्रधान के हस्ताक्षर नही मिले। कार्य बिना टेंडर के कराया। तिलमास में सोकपिट, सेफ्टी टैंक एवं कूड़ेदान का कार्य बिना टेडर प्रक्रिया एवं तकनीकी, वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति के करा कर 189334 रुपये आहरित किए। पत्रावली में रखे किसी भी प्रपत्र पर हस्ताक्षर नही मिले। डीपीआरओ के निर्देश पर मीरगंज के सहायक विकास अधिकारी पंचायत महेश कुमार ने थाने मे तहरीर दी। एडीओ का आरोप है सचिव नरेश पाल तैनाती वाली ग्राम पंचायतों में बिना अभिलेख तैयार किए, बिना टेंडर व कुटेशन, बिना वित्तीय, प्रशासनिक एवं तकनीकी स्वीकृति के धनराशि आहरित करते है। पुलिस ने सचिव नरेश पाल के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।।

बरेली से कपिल यादव

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