सरकारी अस्पताल में बने पालने से मिली लावारिस बच्ची:एसडीएम पूनम सिंह ने बच्ची का नाम रखा मंजिरा

अबोहर/पंजाब – कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए जिला प्रशासन के आदेशों पर स्थानीय प्रशासन के नेतृत्व में स्थानीय सिविल अस्पताल में नर सेवा नारायण सेवा समिति के सहयोग से लगाए गए पालने में बीती रात कोई अज्ञात व्यक्ति एक नवजात बच्ची को छोड़ गया, जिसका पता चलते ही उसे अस्पताल में ले जाकर उसका चैकअप किया गया। सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुचें और बच्ची का हालचाल जाना।
जानकारी के अनुसार अस्पताल में करीब एक वर्ष पूर्व डीसी ईशा कालिया के दिशा निर्देशों पर नर सेवा नारायण सेवा समिति ने अस्पताल में एक पालना स्थापित किया था ताकि कोई भी ऐसी मां अथवा परिवार जो अपनी नवजात बच्ची को पालने में असमर्थ हो उसे नहरों एवं सडकों किनारे फेंकने की बजाए इस पालने में डाल सके ताकि उसके जीवन की रक्षा करने के साथ साथ उसका उचित पालन पोषण हो सके। बीती रात किसी व्यक्ति द्वारा पालने में बच्चे छोडने की सूचना मिलते ही एसडीम पूनम सिंह, डीएसपी अबोहर राहुल भारद्वाज, जिला सिविल सर्जन डा. दलेर सिंह मुलतानी, थाना नंबर 1 के प्रभारी चंद्रशेखर, समिति प्रधान राजू चराया अस्पताल में पहुंचें और बच्ची का अस्पताल में ईलाज व चैकअप करवाया। एसडीएम ने इस बात पर खुशी जताई कि अब लोगों में कुछ जागरूकता आई है जिसके चलते किसी परिवार ने उक्त नवजात बच्ची को लावारिस फेंकने की बजाए पालने में डालना उचित समझा। उन्होंनें बताया कि इस बच्ची की पूरी स्वास्थ्य जांच की जा रही है उसकी उचित रिपोर्ट आने पर उसे फरीदकोट की अडापशन एंजसी को कानूनी प्रक्रिया पूरी करके सौंपा जाएगा तब तक इसे अस्पताल में ही रखा जाएगा। एसडीएम ने बताया कि बेटियों की सुरक्षा के लिए पूरा प्रशासन प्रयासरत है। उन्होंनें इस मौके पर बच्ची का नामकरण करते हुए उसका नाम मंजिरा रखा ताकि वह अपने नाम की तरह सदैव मुस्कुराती रहे।
वहीं अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डा. साहब राम ने बताया कि यह दो दिन की बच्ची का वजन करीब अढाई किलो है और बिल्कुल स्वस्थ है फिर भी पूरी डाक्टरी टीम उसकी देखरेख कर रही है। इधर संस्था प्रधान राजू चराया ने बताया कि डीसी के आदेशों पर लगाए गए पालने में करीब एक वर्ष बाद पहली बार कोई बच्ची आई है और उनका प्रयास रंग लाया है।
इधर घटना की सूचना मिलने पर आज सुबह जिला बाल सुरक्षा अधिकारी रितू बाला भी अस्पताल में पहुंची और बच्ची का हालचाल जाना। इस मौके पर उनके साथ भूपेन्द्र सिंह व गगनदीप भी मौजूद थे।

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