बरेली। कारोबारी और ठेकेदार रमेश गंगवार के डीडीपुरम स्थित सत्य साई बिल्डर्स कार्यालय, आवास समेत शहर स्थित अन्य तीन ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा है। आयकर अधिकारी बताते हैं कि यह कार्रवाई लखनऊ से आई टीमों ने की है। स्थानीय स्तर पर भी कुछ अधिकारियों को कार्रवाई मे शामिल किया गया है। आयकर टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है। बुधवार की सुबह से लेकर देर शाम तक रमेश गंगवार और उनके पार्टनर बिल्डरों के घरों से इनकम टैक्स की टीम ने करोड़ों की टैक्स चोरी के दस्तावेज बरामद किए है। रमेश के काले धंधों में कई आईएएस अफसरों की ब्लैकमनी लगी हुई है। इसके अलावा बरेली में तैनात रहे एक आईएएस अफसरों की करीबी चौकड़ी के बिल्डर और ठेकेदार भी इनकम टैक्स के रेडार पर हैं। उनके घरों और प्रतिष्ठानों व दोस्तों और करीबियों के यहां छानबीन चल रही है। इनकम टैक्स विभाग के सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को भी जांच पड़ताल चलेगी। रमेश गंगवार कंस्ट्रक्शन समेत अन्य व्यवसाय करते है। आयकर की कार्रवाई की सूचना पर शहर के अन्य बड़े व्यापारियों, ठेकेदार मे खलबली मची हुई है। वह एक दूसरे को कॉल कर कार्रवाई के बारे में जानकारी कर रहे है। आपको बता दें कि मूल रूप से नवाबगंज के गांव के रहने वाले रमेश गंगवार सत्य साई बिल्डर फर्म के स्वामी है। जिनके कई ब्यूरोक्रेट्स के साथ करीबी संबंध बताए जा रहे हैं। बिल्डर रमेश गंगवार की फर्म सत्य साई बिल्डर्स कई विभागों में ब्लैकलिस्टेड है जो अपने कारनामों को छिपाने के लिए जनपद में सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहते है। उधर कारोबारी के लखनऊ और काशीपुर स्थित ठिकानों पर भी छापे मारे गए है। बिल्डर्स के सात ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है। जहां से टैक्स चोरी के अहम सबूत मिलने की बात कही जा रही है। अपने काले कारनामों और अफसरों की ब्लैकमनी को ठेकों के जरिए व्हाइट करने और करोड़ों की टैक्स चोरी को हड़पने के लिए ही रमेश गंगवार ने भाजपा और कथित समाज सेवी का चोला ओढ़ा है। सामूहिक विवाह और दान पुन्य के जरिए वह अपनी दागदार छवि को साफ करने की कोशिश में लगे हुए हैं। अपने कारनामों पर परदा डालने और लोगों पर रौब जमाने के लिए सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहते हैं। पिछली बार नवाबगंज से विधानसभा और इस बार बरेली लोकसभा से टिकट मांगने वालों में सबसे आगे थे। हालांकि उनकी ब्लैकमनी भाजपा हाईकमान पर कोई असर नहीं डाल पाई। टिकट तो मिला नहीं इनकम टैक्स के लपेटे में और आ गए। बताते चले कि बिल्डर्स रमेश गंगवार के ठिकानों पर बीते दिनों जीएसटी ने भी छापेमार कार्रवाई की थी।।
बरेली से कपिल यादव