सिंगरौली/ मध्यप्रदेश- सिंगरौली में यातायात नियमों का पालन कराने की साझा जिम्मेदारी यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की है। दुर्भाग्यवश, दोनों ही अपनी जिम्मेदारी के प्रति संजीदा नहीं हैं। सड़कों पर वाहनों की फौज यातायात नियमों को तार-तार कर रही है वही सभी चुप्पी साधे बैठे हैं। हालात दिनोंदिन खतरनाक होते जा रहे हैं, लेकिन इसे रोकने या सुधार करने का प्रयास किसी स्तर पर नहीं किया जा रहा है। नियमों का पालन करने का दबाव बनते ही दोनों विभाग संसाधनों का रोना रोकर जिम्मेदारियों से बचने का प्रयास करते हैं।
यातायात पुलिस जिले भर में क्या कर रही है, इसकी हकीकत माजन मोड़ की सड़कों पर देखी जा सकती है। जहां यातायात थाना चंद कदमों की दूरी पर है और करे बात यातायात पुलिस कर्मी की तो यहां चाय की चुस्कियां लेते रहते हैं। लेकिन ट्रैफिक नियम से इन्हे कोसों दूर तक कोई लेना देना नही है
सुबह से रात तक सड़कों पर वाहनों के हॉर्न की आवाज गूंजती रहती है। इस दौरान सिविल व यातायात पुलिस दूर तक नजर नहीं आती है। परिवहन विभाग की उपस्थिति का तो प्रश्न ही नहीं उठता।ओवरलोड व बड़े वाहन शहर में धड़ल्ले से घूम रहे हैं, यह किसकी जिम्मेदारी है, इसका जवाब भी किसी के पास नहीं है। बिना लाइसेंस के तेज रफ्तार से शहर में वाहन दौड़ रहे हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई का प्रयास परिवहन विभाग, यातायात पुलिस व सिविल पुलिस नहीं कर रही है, जिससे हालात विस्फोटक बनते जा रहे हैं
स्कूली बच्चों की जिंदगी पे लग सकता है ग्रहण
एक और लगातार स्कूली बच्चों के शिक्षा और सुरक्षा को ले कर बड़े बड़े भाषण दिए जाते है वही दूसरी ओर यातायात प्रभारी की नाकामी की वजह से इन स्कूली बच्चों की जिंदगी में कभी भी लग सकता है ग्रहण
– सिंगरौली से मनु कुमार