नबाबगंज, बरेली। संग्रह सेवक को बिना नोटिस दिए ही नायब तहसीलदार ने उसके सरकारी आवास के ताले तुडवा कर उनका सामान गायब कर दिया। यह मामला अब हाईकोर्ट पहुंच गया। हाईकोर्ट ने इस मामले मे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट को तीन माह के अंदर मामले के निस्तारण के आदेश दिए है। थाना नवाबगंज क्षेत्र के गांव खाता के वजीर सरवर तहसील मे संगह सेवक के पद पर कार्यरत हैं। वही कस्बे के लेखपाल प्रशिक्षण केन्द्र में स्थित सरकारी आवास मे अपने परिवार के साथ रहते थे। उनकी दिव्यांग पत्नी सबा खातून का आरोप था कि तहसील में कार्यरत एक नायब तहसीलदार ने बिना कोई नोटिस दिए ही उनके सरकारी आवास के ताले तुड़वा कर आवास से सामान गायब करा दिया था। इसकी शिकायत संग्रह सेवक की पत्नी सबा खातून ने अधिकारियों से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसपर उन्होंने नायब तहसीलदार रजनीश सक्सेना व पांच अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में वाद दायर किया था। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। तब उन्होंने हाईकोर्ट मे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश को चुनौती दी थी। जिस पर हाईकोर्ट ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को तीन माह के अंदर संग्रह सेवक की पत्नी के मामले को पुन: सुनकर निस्तारित करने के आदेश दिए है।।
बरेली से कपिल यादव