बरेली। स्मार्ट सिटी योजना के तहत जिन घरों में शौचालय नहीं बने हैं। उनके घर में शौचालय बनवाए जा रहे है। जिसके लिए आवेदक को नगर निगम में ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है। उसके बाद नगर निगम द्वारा उनके घरों में निशुल्क शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन वही एक आवेदक को शौचालय मुसीबत साबित हो रहा है। महिला ने शौचालय बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था जो स्वीकृत हो गया। ठेकेदार ने पहले तो आवेदक से शौचालय के नाम पर घर में गड्ढा खुदवाया और 15 दिन गुजर जाने के बाद भी शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया है। जानकारी के मुताबिक सैदपुर हॉकिंस वार्ड नंबर 55 में रहने वाली उर्मिला पत्नी लवकुश ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत घर में शौचालय निर्माण कराने के लिए आवेदन किया था जो नगर निगम में स्वीकार हो गया। उसके बाद उनके पास ठेकेदार ने आकर शौचालय की खुदाई करवाने को कहा। उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर खुदाई करा दी। उर्मिला का आरोप है कि नगर निगम की तरफ से निर्माण के लिए पीला ईटे मंगाकर उनके घर में भेज दी गई। 15 दिन गुजर जाने के बाद भी अभी तक शौचालय का निर्माण नहीं हुआ। जिसको लेकर वह कई बार ठेकेदार से बात कर चुकी है। यहां तक कि वह अपनी समस्या को लेकर पार्षद दीपक सक्सेना से मिली लेकिन पार्षद के हस्तक्षेप के बाद भी शौचालय का निर्माण नहीं हो सका। ठेकेदार का कहना है कि वह अपनी मर्जी से काम करेगा। इसकी शिकायत किसी भी अधिकारी से कर दो। उनके घर में 5 साल का छोटा बच्चा है। जिसको गड्ढे में गिरने का डर हमेशा होने सताए रहता है।।
बरेली से कपिल यादव