शाही, बरेली। कोरोना संक्रमण काल मे कुंडल और पर्स लूट की वारदातें अचानक बढ़ गई है। थाना शाही बस अड्डा पर बाइक सवार लुटेरों ने महिला के गले से चेन और कानों से कुंडल खींच लिए। कुंडल खींचने से महिला के कानों से खून टपकने लगा। बेखौफ लुटेरे फरार हो गए। महिला ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को थाने में तहरीर दी। सबसे खास बात यह है कि बस अड्डे पर पुलिस पिकेट 24 घंटे रहती है। आपको बता दें कि कस्बा शेरगढ़ के भगवान दास गंगवार की पत्नी लीलाश्री गंगवार का मीरगंज के गांव मनकरा में मायका है। लीलाश्री अपनी मां के दसवां संस्कार में शामिल होने मनकरा गई थी। मंगलवार की सुबह वे घर लौट रही थी। वे मीरगंज से टेंपो से शाही बस अड्डा पहुंचीं। अड्डा पर टेंपो से नीचे उतरी ही थी तभी सुबह दस बजे पीछे से आई बाइक पर बैठे लुटेरे ने लीलाश्री के गले से सोने की चेन और कानों से कुंडल खींच लिए। भीड़ भाड़ वाले बस अड्डा पर घटना को अंजाम देकर बेखौफ लुटेरे मिर्जापुर की ओर फरार हो गए। कुंडल खींचने से महिला के कानों से खून टपकने लगा। गले पर नाखूनों के निशान बन गए। महिला के शोर मचाने पर कुछ लोगों ने भाग रहे लुटेरों का पीछा किया। लुटेरों का कुछ भी पता नहीं चला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने महिला से पूछताछ की। महिला ने मुकदमा दर्ज कराने को थाने मे तहरीर दी। महिला ने बताया बाइक पर पीछे बैठे लुटेरे ने चेन और कुंडल खींचे। पीछे बैठा लुटेरा काले रंग की छीटदार शर्ट पहने था। महिला ने बताया चेन 20 ग्राम सोने और कुंडल चार ग्राम वजन के हैं। घटना के समय में बदहवास होकर जमीन पर गिर गई। लुटेरों की उम्र 22 से 25 वर्ष है। उल्लेखनीय है बाइक सवार लुटेरे काफी दिनों से मीरगंज सर्किल में सक्रिय है। बाइक सवार लुटेरे मीरगंज कस्बा मे भी चेन खींचने की कई घटनाएं कर चुके हैं। गत वर्ष शाही में बस अड्डा के पास कोचिंग जाते स्कूली छात्रों पर राहगीरों से लूट की घटनाएं हुई थी।।
बरेली से कपिल यादव