बरेली। पिछले दो सप्ताह पहले प्रतिबंधित पिटबुल डॉग को कोई पशु बांधने वाली चेन मे बड़ा ताला डालकर जंगल में पेड़ से बांधकर चला गया था। उसकी गर्दन मे बड़ा गहरा घाव था। पशु प्रेमियों ने उसकी जान बरेली पशु-पक्षी सेल्टर होम पहुंचाकर बचा ली। धीरे-धीरे घाव भी भरा गया। अब यह पिटबुल डॉग नोयडा के एसी डॉग होम मे रहेगा। शनिवार की रात को नोयडा चला गया। वहां से डॉग को किसी बंगले की सुरक्षा को भेजा जाएगा। पीएफए के रेक्यू प्रभारी धीरज पाठक का कहना है कि दो सप्ताह पहले पिटबुल डॉग को शाहजहांपुर से लाया गया था। उसके गले मे जानवर बांधने वाली चेन बंधी थी। उसमें बड़ा ताला भी लगा था। मुंह पर प्लास्टिक माउथ कवर लगा था। जिसे पिटबुल किसी को काट न सके। उसकी गर्दन पर गहरा घाव था। जिससे ठीक करने में काफी समय लगा। प्रतिबंध डॉग था। उससे सेल्टर होम में अन्य जीवों को खतरा था। इसलिए उसे नोयडा के एक डॉग होम भेजा गया है। संस्थान के लोग शनिवार की रात को ही ले गए। संस्थान के माध्यम से लोग डॉग एडॉप्ट करते है। बड़े-बड़े लोग बंगलों की रखवाली को ले जाते हैं। बरहाल, वह पिटबुल अब नोयडा के डॉग होम का मेहमान है। जो प्रेमी डॉग उसे सेल्टर होम लेकर आए थे। वही लोग उसकी देखरेख को डॉग होम संस्था को प्रतिदिन दिन का 400 रुपए देंगे। जब कोई उसे एडॉप्ट करेगा तो पूरी कागजी कार्रवाई की जाएगी। ब्लड चेकअप, रैबीज आदि के इंजक्शन लगवाकर एडॉप्ट करने वाले व्यक्ति को एग्रीमेंट करके दिया जाएगा।।
बरेली से कपिल यादव