वाराणसी- शांति सद्भावना मंच जोन देवरिया द्वारा दीपावली मिलन समारोह का आयोजन टेकुआ चौराहा देवरिया में कर सामाजिक सद्भाव का सन्देश दिया गया। इस अवसर पर लोगों ने अमन, चैन व भाईचारा को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। मुख्यवक्ता मंच के राज्य समन्वयक डॉ मोहम्मद आरिफ़ ने दीपावली पर्व के महत्व पर अपनी बात रखते हुए कहा कि हमारी संस्कृति गंगा यमुनी संस्कृति की रही है। सदियों से लोग आपस में मिल जुल कर रहते आ रहे हैं जो परम्परा आज भी कायम है। सभी धर्मों के मूल भलाई के लिए है। हिदू धर्म जहाँ बसुधैव कुटुंबकम्ब की बात करता है वहीँ इस्लाम मोहब्बत की शिक्षा देता है तो ईसाई धर्म दुश्मन को भी माफ़ करने के बात करता है। इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि होली, ईद, दीपावली सहित सभी पर्वों को लोग मिल जुल। कर मनाते आये हसीन। यह प्रेम व परम्परा जारी रहनी चाहिए इसी से मानवीय मूल्य कायम होते हैं और नैतिक मूल्य कायम रहते हैं। समाज ही नैतिकता की पाठशाला है। जो स्कूलों में पढ़ाया जाता है। इसलिए हमें अपने सांस्कारिक मूल्य के साथ शिक्षा ग्रहण करने व देने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि देश में जो भी बाहर के लोग आये वह यहीं के हो गए।
हृदयानंद शर्मा ने कहा कि अनेकता में एकता ही हमारे देश की पहचान है। यही हमारी परंपरा है। हमें संकल्प लेकर इस परंपरा को आगे बढ़ाना होगा तभी एक अच्छे समाज का निर्माण होगा।
सुनयना सिंह ने संविधान की चर्चा करते हुए कहा कि हमारा यह दर्शन हो कि हमारा धर्म राष्ट्र धर्म हो अपने आप से सारी भेद मिट जाएगा।
अध्यक्षता करते हुए सिख ग्रंथी दामोदर सिंह ने दीपावली मिलन समारोह की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसी गोष्ठी से कष्ट दूर होते है लोग एक दूसरे को समझते हैं। धर्म ग्रन्थ क्या कहते हैं किसी ने पढ़ा ही नहीं है। इसकी मूल शिक्षाओं को जानना होगा। बाहर के अंधियारे के साथ मन के अंधियारे को मिटाने के लिए मन का दीपक जलाएं तो सबका कल्याण होगा। परमात्मा एक है इसलिए सबका सम्मान करें।
प्रधानाचार्य महेश पासवान ने मेल जोल की संस्कृति पर जोर देते हुए कहा प्रेम का दीपक जलाएं और समाज में नफरत अपने आप मिट जाएगा। , सामाजिक कार्यकर्ता हृदयानंद शर्मा, संजय सिंह, हरि नारायण चौहान, ईश्वर चन्द विश्वकर्मा, ओमप्रकाश कुशवाहा, रविन्द्र पाठक, श्रीकांत चौहान, प्रभदयाल सिंह ने सामाजिक सद्भाव पर बल दिया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व अतिथियों को माल्यार्पण कर हुआ। विषय प्रवर्तन करते हुए राम किशोर चौहान ने सद्भावना को लेकर जागरूकता पर जोर दिया।
संचालन शिवचंद चौहान ने किया। इस अवसर पर रविन्द्र पाठक,दयालु चौहान, रामशंकर चौहान, अंजनी उपाध्याय, रामायण यादव, अपरबल यादव सहित छात्र – छात्राएं व गणमान्य जन उपस्थित रहे।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय के साथ (राजकुमार गुप्ता) वाराणसी