वाराणसी- 22 जुलाई को कृष्णा नगर कालोनी पहड़िया निवासी धर्मेन्द्र गुप्ता की हत्या में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी द्वारा पुलिस अधीक्षक नगर/पुलिस अधीक्षक अपराध के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक सिगरा,क्राइम ब्रान्च,प्रभारी निरीक्षक रामनगर,प्रभारी निरीक्षक सारनाथ पुलिस की एक संयुक्त टीम गठित की गयी थी।टीम को आज रात्रि में सूचना मिली की धर्मेन्द्र गुप्ता की हत्या में शामिल अभियुक्त बुद्धू सोनकर और सौरभ चौरसिया अपनी मोटरसाइकिल से गोलगड्डा होते हुये लाटभैरव की तरफ आ रहे है जो कहीं भागने के फिराक में है सूचना पर हम पुलिस द्वारा लाटभैरव रेलवे ओवरबृज के पास से दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गये अभियुक्तों से नाम पता पुछने पर एक ने अपना नाम बुद्धू सोनकर तथा दुसरे ने सौरभ उर्फ टिंकू चौरसिया बताया जिसके कब्जे से एक नाजायज पिस्टल 32 बोर व जिन्दा कारतूस बरामद हुआ व दोनों के कब्जे से 1 लाख 3 हजार रूपया नकद बरामद हुआ।
गिरफ्तार अभियुक्तो से पूछताछ के दौरान बताया गया कि 22 जुलाई को सराय मोहना घाट पर पार्टी के दौरान हम लोगों द्वारा वाराणसी पाइप के व्यापारी से लूटने की योजना बनायी गयी योजना के अनुसार हैप्पी पाण्डेय व प्रभू नरायन को रैकी व रास्तें खड़े होकर घटना के दौरान आने-जाने वालों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गयी व बुद्धू, सौरभ उर्फ टिंकू और डाक्टर को लूट करने का काम दिया गया। योजनानुसार हम सभी लोग वाराणसी पाइप की दुकान से घर जाने वाले रास्ते पर हम तीनों लोग एक गाड़ी पर व्यवसायी के आने का इन्तजार करने लगे। हैप्पी घर की ओर मुड़ने वाले कोने पर व प्रभू नरायन आगे जाकर निगरानी करने लगे व्यापारी जैसे गली में मुड़ा हम लोग अपनी गाड़ी मोड़कर पहुंचते कि वह अपने घर के करीब पहुंच गया तो गाड़ी पर बुद्धू को छोड़कर सौरभ और डाक्टर पैसे वाला बैग छीनने गये बैग नहीं देने पर दोनो द्वारा गोली चला दी गयी गोली लगने पर व्यापारी के गिर जाने पर बैग लेकर भाग गये रास्ते में गाड़ी रूकवाकर डाक्टर पैसे वाला बैग लेकर एक दूसरे व्यक्ति की गाड़ी पर बैठकर चला गया बाद में डाक्टर हम लोगों से मिला तो सौरभ को 60 हजार तथा बुद्धू को 60 हजार रूपया दिया था और यह भी कहा कि बंटवारा होने पर और पैसा मिलेगा, जिसमें से कुछ पैसा खर्च हो चुका है। पुलिस द्वारा लगातार दबिश दी जा रही थी इसी डर से हम लोग अपने घर पर न रहकर आस-पास ही अपने जान पहचान वालों के यहां रूकते थे। पुलिस का ज्यादा दबाव बढ़ने की वजह से हम लोग जनपद से बाहर फरार होने के फिराक में थे।
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक सिगरा/क्राइम ब्रान्च श्री राजीव रंजन उपाध्याय,रामनगर थानाप्रभारी श्री अनूप शुक्ला ,उ0नि0 श्री प्रदीप यादव,हे0का0 सुमन्त सिंह एवं सारनाथ थाना प्रभारी निरीक्षक विजय बहादूर सिंह प्रभारी उ0नि0 संतोष यादव सहित सारनाथ थाना पुलिस शामिल हैं।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय