बरेली/मीरगंज। विगत दिनों जनप्रतिनिधियो व अफसरों के बीच हुई बैठक मे जनप्रतिनिधियों ने गांव से लेकर तहसील तक भ्रष्टाचार की शिकायत की थी इस पर डीएम ने लिखित शिकायत मांगी। जनप्रतिनिधियों की प्रेरणा से अब जनसामान्य भी तहसील प्रशासन के भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर होकर लिखित शिकायत देने लगे है। इसी क्रम मे ब्रह्मणोत्थान मंच के प्रदेश महासचिव सुनील कुमार शर्मा ने तहसील दिवस मे शिकायती पत्र देकर तहसील प्रशासन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। उनका आरोप है कि उनकी माता का निधन 2018 मे हो जाने के बावजूद भी बेटों का विरासत दर्ज करने के लिए लेखपाल द्वारा लापरवाही व आनाकानी की जा रही है। बगैर सुविधा शुल्क के आज तक विरासत दर्ज नही हो पाई है। 2018 से 2021 तक पहले तत्कालीन लेखपालों से अनुरोध किया। फिर 2021 मे सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। उसके बावजूद भी तत्कालीन लेखपाल हर बार मनगढंत रिपोर्ट लगाकर विरासत दर्ज करने मे हीला हवाली करता रहा। श्री शर्मा की जमीन तहसील मीरगंज के ग्राम टीहरखेड़ा व चिटौली मे है। तत्कालीन लेखपाल ने मौके पर जाकर जांच किये बिना ही विरासत कैंसिल कर दी। श्री शर्मा ने किसानों को केसीसी लोन लेने हेतु जमीन के बंधक कराने एवं लोन अदा करने के बाद जमीन को बंधन मुक्त कराने मे भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। श्री शर्मा ने शनिवार को तहसील दिवस मे ही तहसील प्रशासन के भ्रष्टाचार की शिकायत की है। वही अभी पिछले दिनों भाजपा नेता आशीष अग्रवाल ने भी हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने मे सुविधा शुल्क लिए जाने की सीएम पोर्टल पर शिकायत की थी लेकिन उस पर भी अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई।।
बरेली से कपिल यादव