बरेली। हापुड़ कांड के विरोध पर उप्र बार काउंसिल के आह्वान पर चल रहे आंदोलन मे गुरुवार को बरेली के अधिवक्ताओं ने उप्र सरकार का पुतला फूंका। अधिवक्ताओं ने बार सभागार मे सभाकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। गुरुवार को भी अधिवक्ताओं ने अदालतों में न्यायिक कार्य नही किया। वहीं इस दौरान प्रदर्शनकारी वकील पुलिस की खाकी वर्दी से खून की बदबू आती है के नारे लगाते हुए बार भवन पहुंचे। जहां उन्होंने गेट पर उत्तर प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। बीते 29 अगस्त को हापुड़ में अधिवक्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इसके बाद उन पर मुकदमे दर्ज कर लिये गए। इसके विरोध में गुरुवार को उप्र बार काउंसिल के आह्वान पर काउंसिल के पूर्व चेयरमैन शिरीष मेहरोत्रा के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने उप्र सरकार के पुतले के साथ कचहरी पर जुलुस निकलकर जमकर नारेबाजी की। कचहरी के पिछले गेट के ठीक सामने पुतला दहन किया। शिरीष मेहरोत्रा ने बताया कि हापुड़ में वकीलों के साथ हुई वीभत्स घटना को भुलाया नहीं जा सकता है। जिसके बाद से वकील लगातार हर स्तर पर आंदोलनरत है। इस दौरान बार उपाध्यक्ष अमित सिंह, शंकर सक्सेना, सुमित मुनि सक्सेना, दीपक पांडेय, सुरेंद्र यादव, क्षितिज यादव, जेपी मौर्य, अंतरिक्ष सक्सेना, गौरव राठौर, नवलकिशोर कश्यप, अछ्छ्न अंसारी, विनोद यादव, प्रदीप यादव, नानकचंद्र, प्रदीप मौर्य आदि रहे। पुतला दहन के बाद उप्र बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन शिरीष मेहरोत्रा ने बार सभागार में अधिवक्ताओं की सभा हुई। अध्यक्षता पूर्व बार अध्यक्ष अनिल द्विवेदी ने की। उप्र बार काउंसिल के पूर्व चैयरमैन शिरीष मेहरोत्रा के नेतृत्व मे अधिबक्ता शुक्रवार की सुबह आठ बजे दूसरी बस से हापुड़ रवाना होगा। दूसरी ओर वकीलों के आंदोलन के समर्थन में बरेली बार अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव और सचिव वीपी ध्यानी के नेतृत्व में अधिवक्ताओं का एक गुट बस से हापुड़ पहुंचा। हापुड़ जाने वालों में बार उपाध्यक्ष उदयवीर सिंह यादव, ललित सिंह, मृत्युंजय मिश्रा, अजय शर्मा आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।।
बरेली से कपिल यादव