फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। लॉकडाउन के बीच इन आठ दिनों मे कपड़ा, जूता, हौजरी, कॉस्मेटिक आइटम, ज्वैलरी, हैंडलूम आइटम्स सहित अन्य कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कारोबारियों का कहना है कि इस बार 100 से 150 करोड़ रुपये तक का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है। जिले के अलावा उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में भी यहां से सामान जाता था। बाहरी राज्यों से जुड़े कारोबार पर भी असर पड़ा है। पिछले साल लॉकडाउन में हुआ घाटा पूरा भी नहीं हो सका था कि एक बार फिर कोरोना वायरस से सहालग के सीजन मे कारोबार को एक बड़ा झटका लगा है। अलग-अलग ट्रेड में कोरोना के खौफ के कारण पहले ही 40 से 70 फीसदी तक कारोबार प्रभावित था, अब पिछले शुक्रवार से जारी लॉकडाउन से 150 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है। व्यापारी शादी के सीजन में लॉकडाउन की लगातार बढ़ती अवधि से सहालग कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की बात कह रहे है। वहीं, दूसरी तरफ तमाम बड़े कारोबारी कोरोना संक्रमण से बचाव को इस नुकसान से ज्यादा लॉकडाउन को महत्वपूर्ण बता रहे है। कोरोना की वजह से पिछले साल भी सहालग का सीजन चौपट हो गया था। तीन माह के लॉकडाउन और उसके बाद अनलॉक में शादी बारात पर लगी पाबंदियों ने इससे जुड़े कारोबार को समेट दिया। कुछ ऐसे ही हालात इस साल भी बन गए हैं। मांगलिक कार्यों की शुरूआत 22 अप्रैल से हो चुकी है। इसके कुछ दिन पहले ही कोरोना संक्रमण ने कहर बरपाना शुरू कर दिया था। संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए सरकार ने शादी बारात पर पाबंदिया लगा दी। इसके बाद भी जब संक्रमितों की संख्या कम न हुई तो योगी सरकार ने पहले एक दिन, फिर दो दिन और उसके बाद तीन दिन का कर्फ्यू लगा दिया। मगर, इस सप्ताह कोरोना कर्फ्यू की समय सीमा बढ़ाकर पांच दिन कर दी। बाजार पांच दिन बंद रहने के बाद दो दिन ही खुलेगा। सहालग के मौसम में पांच दिन की बंदी कारोबारियों के लिए मुसीबत बनने लगी है। व्यापारियों का कहना है कि शादी के सीजन का बेसब्री से इंतजार रहता है, क्योंकि इसमें कारोबार अच्छा रहता है। इन दिनों में हर चीज की मांग बढ़ जाती है, लेकिन पांच दिन के लॉकडाउन ने सब चौपट कर दिया है। घर के तमाम खर्च कैसे चलेंगे इसकी अलग चिंता सता रही है। कुछ कर्मचारी तो जान है तो जहान है कि बात कहकर लॉकडाउन और आगे बढ़ाए जाने की बात कह रहे है। कोरोना कर्फ्यू मे ऑटोमोबाइल्स- 15 करोड़, कपड़ा कारोबार- 30 करोड़, सराफा कारोबार- 60 करोड़, बर्तन कारोबार- 15 करोड़, किराना कारोबार-60 करोड़ का नुकसान का अनुमान है।।
बरेली से कपिल यादव