लेखपाल हत्याकांड: सीओ-इंस्पेक्टर के निलंबन पर अड़े परिजन, डीएनए जांच की मांग

* अखिलेश यादव बोले- भूमाफिया चला रहे यूपी सरकार

बरेली। लेखपाल मनीष कश्यप की हत्या के मामले मे खुलासा होने के बाद उनके परिवार गम और गुस्सा है। लेखपाल मनीष कश्यप की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा करने के बाद आरोपी ओमवीर और उसके मामा नन्हें को जेल भेज दिया। इससे पहले पुलिस के खुलासे पर मृतक के परिवार ने सवाल उठाए। लेखपाल की मां मोरकली और पत्नी व परिवार की महिलाएं सोमवार की सुबह कलक्ट्रेट पहुंची। महिलाएं वहां धरने पर बैठ गई। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को पत्र देकर सीओ और इंस्पेक्टर फरीदपुर को निलंबित करने की मांग की। मृतक की मां ने कहा कि शुरु से ही पुलिस लापरवाही बरतती रही। वे लोग अगर एडीजी से न मिलते तो शायद ये खुलासा भी न हो पाता। परिजनों ने कहा कि केवल सिर के कंकाल से वह कैसे मान लें कि वह मनीष का ही है। इसकी डीएनए जांच कराई जाए। पूरा शव बरामद किया जाए। उधर लेखपाल हत्याकांड को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को घेरा है। सिटी मजिस्ट्रेट ने उन्हें मनाया। कहा कि पुलिस जांच कर रही है। जो भी दोषी होगा वह जेल जाएगा। मूल रूप से बहेड़ी के निवासी और वर्तमान मे शहर के बुखारा रोड कॉलोनी मे रहने वाले लेखपाल मनीष कश्यप फरीदपुर तहसील मे तैनात थे। वह 27 नवंबर को ड्यूटी पर गए थे, इसके बाद घर नहीं लौटे थे। मां मोरकली ने खल्लपुर ग्राम प्रधान और उनके साथियों पर अपहरण का शक जताया था। इसके बाद से अज्ञात में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मनीष की तलाश में जुटी थी। पुलिस ने फरीदपुर के गांव कपूरपुर निवासी अवधेश कश्यप को गिरफ्तार किया है। अवधेश ने फिरौती के लिए लेखपाल मनीष कश्यप के अपहरण और हत्या की बात कुबूल की है। उसके घर से लेखपाल की मोहर, एक पैड और अर्टिगा कार भी बरामद की गई है। वही लेखपाल के अपहरण और हत्या के मामले में जहां परिवार ने फरीदपुर तहसील प्रशासन पर सवाल उठाए हैं, वहीं विपक्ष भी सरकार को घेरने के मूड में है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस मामले में प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने फेसबुक पर लिखा है कि बरेली में कई दिनों से लापता लेखपाल का सिर नाले में मिलने के बाद परिजनों ने उप्र के अंदर चल रही उस सांठगांठ पर अंदेशा जताया है, जिसके एक छोर पर सरकारी भ्रष्टाचार है और दूसरे छोर पर भूमाफ़िया। भूमाफिया ही उत्तर प्रदेश की सरकार चला रहे हैं, बाकी सब तो चेहरे है।।

बरेली से कपिल यादव

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