बरेली। पिटबुल डॉग बीमार हुआ तो उसके गले में भैंस वाली चैन और मुंह पर जाल बांधकर जंगल में पेड़ से बांधकर कोई चला गया। यह बेजुबान चार दिन से शाहजहांपुर शहर स्थित लखनऊ हाईवे किनारे जंगल में पेड़ से बंधा हुआ था। किसी राहगीर ने सूचना दी तो पीएफए के साथ काम करने वाले दो पशु प्रेमी उस डॉग को लेकर बरेली चौबारी सेल्टर होम आए। ताला तोड़कर चैन खोली गई। गले में गहरा घाव था। पिटबुल डॉग इंडिया में प्रतिबंधित है। खूंखार कुत्तों में इसकी गिनती है। इसके मुंह पर प्लास्टिक का जाल लगा हुआ था। जिससे यह किसी को काट ना सके। पीएफए के रेस्क्यू प्रभारी धीरज पाठक का कहना है कि शाहजहांपुर से जो पिटबुल डॉग लाया गया है। उसके गले पर गहरा घाव है। गले में जानवर को बांधने वाली चैन बंधी थी। उसमें ताला भी एक बड़ा लटका हुआ था। पिटबुल का इलाज शुरू कर दिया गया है।।
बरेली से कपिल यादव