सोनभद्र- रेणुकूट के चेयरमैन शिव प्रताप सिंह उर्फ बबलू सिंह ने कहा की हिंडालको कंपनी द्वारा जो 3 वर्षों का बोनस समझौता किया गया है, इस समझौते में लिखा है कि जो श्रमिक वर्ष में न्यूनतम 240 ड्यूटी नहीं करेगा उसे बोनस नहीं दिया जाएगा। जबकि सरकार द्वारा कहा गया है कि वर्ष में 90 ड्यूटी करने वाले श्रमिक को भी बोनस, एग्रीमेंट के साथ सभी पावनाएं दी जानी चाहिए। हिंडालको कर्मचारी अब तक 3500 पर बोनस पाते चले आ रहे हैं, परंतु केंद्र सरकार ने सन 2014/15 से 7000 पर बोनस देने की घोषणा की है। हिंडालको प्रबंधन ने 2014/15 का बोनस ना देकर 2016/17 का बोनस दिया और प्रत्येक वर्ष बोनस समझौता मान्यता प्राप्त यूनियन नेताओं द्वारा किया जाता रहा।बबलू सिंह ने कहा कि 2014/15 का बोनस श्रमिकों को दिया जाय।
श्री बबलू सिंह ने माँग की, कि संविदा श्रमिकों, सप्लाई श्रमिक लेबरों को प्रतिमाह न्यूनतम 18000 वेतन दिया जाए। बबलू सिंह ने यह भी मांग रखी की हिंडालको में काम करने वाले बाहरी ठेकेदारों को निकाला जाए और लोकल ठेकेदारों को ही काम किया जाए। हिंडाल्को के माँग न मानने पर बबलू सिंह ने कहा कि आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा।
रिपोर्ट-:सर्वदानन्द तिवारी सोनभद्र