रूहेलखंड विश्वविद्यालय की मूल्यांकन के साथ मुख्य परीक्षा कराना बड़ी चुनौती

बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय में अभी मूल्यांकन के साथ ही साथ बाकी बची हुई परीक्षा कराना भी बड़ी चुनौती है। इन दिनों रूहेलखंड विश्वविद्यालय में कॉमर्स की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य चल रहा है लेकिन अभी भी शिक्षक मूल्यांकन के लिए नहीं आ रहे हैं। लॉक डाउन के बाद यूनिवर्सिटी की मुख्य परीक्षाएं भी शुरू कराई जानी है। जिसमें ड्यूटी करने के लिए भी शिक्षकों की आवश्यकता होगी। इस समस्या ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को और अधिक टेंशन में डाल दिया है क्योंकि शिक्षकों की कमी से जूझ रहे यूनिवर्सिटी प्रशासन को हर साल दूसरे विश्वविद्यालय से शिक्षकों को बुलाकर यूनिवर्सिटी की डिमांड को पूरा किया जाता है।
रूठे शिक्षकों को मनाने में लगे अफसर
यूनिवर्सिटी में हो रहे मूल्यांकन कार्य के लिए दूरी बना चुके प्रोफेसरों को मनाने के लिए विश्वविद्यालय के अफसर हर मुमकिन कोशिश कर रहे है। क्योंकि इनको भी पता है कि प्रोफेसरों के बिना न ही मूल्यांकन कार्य पूरा होगा न ही परीक्षाएं। ऐसे में प्रोफेसरों को मूल्यांकन कार्य के लिए वापस बुलाने की हर संभव कोशिश की जा रही है।
लॉकडाउन में करें समय का सही प्रयोग
शिक्षकों को मनाने के लिए अफसर भी शिक्षकों से फोन पर बात कर इस बात का भी आश्वासन दे रहे हैं कि केंद्र पर इनकी हर संभव मांग पूरी की जाएगी। अधिकारी भी प्रोफेसरों को समझा रहे हैं कि लॉकडाउन में समय का सदुपयोग करते हुए मूल्यांकन कार्य पर लौटे क्योंकि इस समय यूनिवर्सिटी में सिर्फ मूल्यांकन कार्य होना है। लॉकडाउन खुलने के बाद परीक्षाओं की तैयारी भी शुरू हो जाएगी ऐसे में शिक्षकों की भी व्यस्तता अधिक रहेगी।
शासन के निर्देश मिलते ही शुरू होंगी मुख्य परीक्षाएं
बता दें कि लॉकडाउन के कारण रुहेलखंड विश्वविद्यालय के मुख्य परीक्षाएं बीच में ही स्थगित कर दी गई थी जो कि अभी तक नहीं कराई जा सकी है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि बची हुई परीक्षाएं अवश्य कराई जाएंगी। जैसे ही शासन की अनुमति आएगी वैसे ही परीक्षाएं शुरू करा दी जाएंगी।
एक दिन में होंगे एक से अधिक पेपर
ऐसा पहली बार होगा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन कम से कम दिनों में परीक्षाओं को संपन्न कर आएगा। क्योंकि लॉकडाउन के कारण इस साल यूनिवर्सिटी का शैक्षिक सत्र पहले ही लेट हो चुका है। इस कारण यूनिवर्सिटी अपनी स्नातक और परास्नातक की परीक्षाओं को कम से कम समय में कराने के लिए इस नियम को भी कर सकता है।।

बरेली से कपिल यादव

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