बरेली। परिवहन निगम बरेली रूहेलखंड डिपो में कुछ दिनों से लगातार कर्मचारियों का शोषण करने के आरोप लग रहे है। चार से पांच हजार रूपए वेतन से कटौती के बाद मामला और भी बिगड़ गया। कार्यवाहक एआरएम राजेश पाठक पर तमाम चालकों ने वसूली के आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। सोमवार की सुबह 9:30 बजे से करीब 12:00 तक कर बहिष्कार होने से रोडवेज बसों के संचालन पर भी प्रभाव पड़ा। आनन फानन मे एआरएम बरेली डिपो संजीव श्रीवास्तव, सेवा प्रबंधक संजीव कुमार आदि अधिकारी मौके पर पहुंचे। रुहेलखंड डिपो के चालकों के साथ वार्ता की। चालक महेश कुमार का कहना है कि उनके साथ अभद्रता की गई। लोड फैक्टर बताते हुए उनके वेतन से पांच हजार रूपए वेतन कटौती के आदेश दिए गए। बल्कि तमाम ऐसे भी चालक थे। जिनका कहना था कि अधिकारियों ने उनसे हर महीने पांच हजार रूपए मांगे। जब मामला कार्य बहिष्कार तक पहुंच गया तो अधिकारियों ने चालकों के साथ बैठक कर उनकी समस्या का समाधान कराकर आश्वासन दिया। चालकों का बेवजह उत्पीड़न नही किया जाएगा। लोड फैक्टर की बात है तो इसमें चालक परिचालक का दोष नही है। चालकों का कहना है कि बसों का मेंटेनेंस समय पर नही होता है। पुर्जे बसों के है नही। जोड़ तोड़कर पुराने पुर्जों से मैकेनिक काम चलाते हैं। इसलिए बसों का एवरेज ठीक नही रहता।उसके लिए जिम्मेदार चालकों को मान लिया जाता है। हालांकि अधिकारियों के समझाने पर चालकों ने फिर से कार्य शुरू कर दिया। सभी काम पर लौट गए।।
बरेली से कपिल यादव