राजस्थान/बाड़मेर- पहले बुजुर्गों से अक्सर सुनने को मिलता था कि खेतों में धान पैदा हुआ करता था लेकिन आजकल बाड़मेर शहर के मूल खसरा नम्बर 1296 में खातेदारों द्वारा नोटों की फसल काटकर अवैध आवासीय कालोनी 1986 से पैदा हो गई है लेकिन खातेदारों की चालाकियाँ से ही सही सरकारी राजस्व रिकॉर्ड के कागज़ों में आज भी वो बाजरा, ग्वार,मूग मौठ की फसलों को ही पैदा करतीं हैं सही क्या है और गलत क्या है इसका फैसला अब कालोनी वासियों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के हाथों सौप दिया है पीड़ित कहते हैं कि इश्वर की लाठी बेआवाज़ होती है कभी न कभी तो हमारी परेशानियों की सुनवाई राज में जरूर होगी।
राज्य सरकार द्वारा आमजनता के लिए मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं में भूमाफियाओं गिरोहों द्वारा जानबूझकर रोड़ा अटका रहे हैं। इससे त्रस्त होकर पटवारी हल्का बाड़मेर शहर में कृषि भूमि के मूल खसरा नम्बर 1296 दानजी की होदी क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने पिछले दो दशकों से पूर्व जिला कलेक्टरों को सैकड़ों ज्ञापन सौपें।
ज्ञापनो के अनुसार पूर्व विधायक कोष द्वारा तीन दर्जन सड़को पर दस करोड़ रुपये के आदेश जारी हुआ था उसमें एक सड़क दानजी की होदी मुख्य सड़क से सुथार समाज बालिका छात्रावास तक वाया आईटीआई होकर एक किलोमीटर और एक अन्य एक किलोमीटर जोगा राम सुथार के घर तक डामर सड़क स्वीकृत हुईं थी l
भूमाफियाओं ने तीन चार दशकों से राजस्व रिकॉर्ड वाली कृषि भूमि पर पहले अवैध कालोनी काटकर सैकड़ों लोगों को बसाकर बाद में उपखंड अधिकारी बाड़मेर से 1998 से लेकर आज तक एक दर्जन से ज्यादा बार अलग अलग स्टे लेकर रामलाल सहित अन्य खातेदारों ने लोगों को स्टे का दुरूपयोग करते हुए अवैध रूप से प्लाट बेचे है, खसरा नम्बर 1296 में
स्टे होने के बावजूद भी कई रजिस्ट्रियों को करवाया गया है, वरदहस्त होने के कारण ही राजस्व रिकॉर्ड देखकर नियमानुसार उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती है और कालोनी के गरीब लोगों को स्टाम्प पेपर्स पर प्लांट बेचकर मौके पर अवैध आवासीय क्षेत्र विकसित किया लेकिन रजिस्ट्री की लागत ज्यादा आने का डर दिखाकर बोले की खातेदार तो हम ही है और कोई और नहीं, वक्त बदला और खातेदारों ने भी गिरगिट की तरह अपना रग बदला, कारण हमारे नाम पर राजस्व रिकॉर्ड में कृषि भूमि दर्ज होने के कारण अवैध कालोनी में जमीन कम पड़ रही है और तीस फिट की सड़क को बीस की कर दो ताकि कुछ न कुछ सरकारी मुआवजा या फिर प्लाट खरीदने वालो से कुछ न कुछ रूपये जरूर मिलेगा।
भूमाफियाओं से थक हारकर कालोनी वालों ने मिलकर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों से सैकड़ों बार शिकायत करने के बाद आम रास्ते पर सरकारी सड़कों का निर्माण रूकवाया और अवैध कालोनी के रहवासियों पर समझौता करने के लिए जानबूझकर दबाव बना रहे हैं और कहते हैं कि हमारे नाम पर राजस्व रिकॉर्ड में कृषि भूमि दर्ज होने के कारण ये सड़कों सहित मकानों को बहुत जल्दी ही यहाँ से ऊखाड़ कर दिखाएंगे देखें कैसे आपको राज्य सरकार और जिला प्रशासन बाड़मेर द्वारा मूलभूत सुविधाएं कैसे मिलीं हुईं हैं ।
असल विवाद है ये…..
बाड़मेर के पूर्व जिला कलेक्टर अरूण कुमार पुरोहित द्वारा दिनाँक 29 जुलाई 23 को उपखंड अधिकारी बाड़मेर को तीन दिन में कमेटी गठित करने के निर्देश दिए गए और गठित टीम के अधिकारी तहसीलदार बाड़मेर ओर राजस्व विभाग के सयुंक्त कर्मचारीयों ने मौका रिपोर्ट में भी अकित किया है कि खातेदार रामलाल ने उपखण्ड अधिकारी न्यायालय बाड़मेर से यथास्थिति होने के बावजूद भूमाफियाओं ने जानबूझकर स्टे का ही दुरूपयोग किया है।
जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम की मौका रिपोर्ट अनुसार खसरा सख्या 1296 के एक खसरा अब नगर परिषद की सीमा में आता है।और सम्पूर्ण खसरे में कृषि भूमि की जगह पर सरकारी रेवन्यू को नुकसान पहुंचाया गया है साथ ही सैकड़ों लोगों के रहवासी आवास और प्लांटों की चार दीवारें बनाकर अवैध कालोनी काटी गई है। उक्त खसरे में राज्य सरकार द्वारा जारी सरकारी योजनाओं के अनुसार मूलभूत सुविधाओं से जोड़कर आमजनता को लाभ पहुचाया गया था। राजस्व टीम रिपोर्ट को उच्च अधिकारियों को देगें और जिला कलेक्टर द्वारा दिशा निर्देश जारी करने पर नगर परिषद के आयुक्त और उपखंड अधिकारी बाड़मेर नगर परिषद के अतिक्रमण विरोधी दस्ते द्वारा दो बार मौका जरूर देखा गया है लेकिन अवैध कालोनी बसाने वाले लोगों सहित अतिक्रमणकारियों को हटाकर राजस्व रिकॉर्ड अनुसार कृषि भूमि बनाने के साथ ही आमजन को राहत कब देगें।
बात करते हैं हम बाड़मेर शहर के राजस्व रिकॉर्ड में रामलाल पुत्र काछबा राम के कृषि भूमि की आड़ में मूल खसरा नम्बर 1296 के बटवारे के साथ ही 3519 /1296 और दो अन्य खसरा दानजी की होदी पर पिछले दो दशकों से एक दर्जन से ज्यादा स्टे होने के बावजूद उच्च शह पर किशनलाल पुत्र रामलाल और अन्य भूमाफियाओं के साथ सैटिंग कर ग्रेवाल सड़क सहित ढाई बीघा जमीन लगभग ढाई तीन करोड़ रुपये में दलालों को इकरार किया था लेकिन अवैध आवासीय कालोनी क्षेत्र के लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने में रोडा अटकाने और विकास में बाधा डालने के कारण ही फैल हो गई और खातेदार ने दो और आवेदन स्टे को लेकर भी लगा दिया है। और इसमें दलालों से कहा गया है कि सबसे ज्यादा गरीब लोगों को विशेषकर साधारण जीवन का जीवनयापन करने वाले लोगों को बरगलाकर लाओ और जल्दी ही हमारे सब प्लांट बिकाओ अन्यथा मिशन कैसे कामयाब होगा।
जिले के राजस्व अधिकारी अगर निस्पक्ष समाधान चाहें तो उक्त कृषि भूमि की आड़ पर बसीं हुईं अवैध आवासीय कालोनी के साथ ही बाड़मेर शहर की अन्य कृषि भूमियों पर बुलडोजर चलाकर नगर परिषद का बोर्ड लगाया गया था वैसे ही इमानदारी से सरकारी सुविधाओं के लिए आरक्षित किया जाए अन्यथा फिर कोई गरीब आदमी के साथ कोई खिलवाड़ नही होगा और उसके पास में दर दर भटकाने के साथ ही पुलिस थाने रिको एरिया जाने के अलावा और कोई चारा नहीं होगा। जानकारों ने बताया कि भौले भालै गरीब लोगों को बरगलाने वाले भूमाफियाओं और दलाल गिरोह आजकल पूरे दानजी की होदी क्षेत्र में कृषि भूमि पर अवैध प्लोट काटकर बेचने वाले विशेषरूप से सक्रिय हैं।
– राजस्थान से राजूचारण