बरेली। जनपद मे रंगोत्सव का त्योहार रंगभरी एकादशी के साथ शुरू हो गया। शहर मे खरीदारी से लेकर आवाजाही अचानक बढ़ गई। होलिकोत्सव को लेकर बाजार की रौनक देखते ही बन रही है। यही नही महिलाओं ने रंग एकादशी मे आंवला वृक्ष की पूजा कर बांके बिहारी को रंग अर्पित किया। शहर के संतोषी माता मंदिर समेत अन्य धार्मिक स्थलों पर भगवान श्रीकृष्ण को रंग लगाकर आंवला के वृक्ष का पूजन किया गया। स्कूल कॉलेज में परीक्षा देने पहुंचे छात्र छात्राओं ने भी अबीर और गुलाल से जमकर रंग एकादशी पर रंगोत्सव मनाना शुरू कर दिया है। रंगभरी एकादशी पर कई जगह श्रद्धालुओं ने फूलों की होली खेली। सोमवार को सुबह पांच बजे से भगवान के दर्शनों के लिए श्रद्धालु पहुंचने लगे। दिन भर भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ के साथ-साथ केले के पेड़ की पूजा अर्चना के साथ लोगों ने व्रत किया। इसके बाद भगवान विष्णु का भव्य शृंगार करने के बाद भोग लगाकर फूलों की होली खेली गई। लोक मान्यता के आधार पर रंगभरनी एकादशी पर आंवले के पेड़ की पूजा कर सुहागिन महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर होली की शुरुआत करती हैं। टनकपुर बरेली हाईवे पर संतोषी माता मंदिर के अलावा दूधिया मंदिर मे भी खास तौर पर पूजन आदि किया गया।।
बरेली से कपिल यादव