भिण्ड /मध्यप्रदेश-केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न जनहितेषी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर दिव्यांग तरक्की की रफ्तार पकड रहे है। योजनाऐं उनके जीवन को सहारा देने में साकार हो रही है।
शासन की दिव्यांगो के लिए संचालित निःशक्त छात्रवृत्ति योजना के माध्यम से बहु विकलांग छात्र-छात्राओ को प्राथमिक एवं मिडिल स्तर पर 500 रूपए, उच्चतर माध्यमिक स्तर पर 1 हजार रूपए एवं स्नातकोत्तर तक 2 हजार रूपए की सुविधा प्रदान करने में सहायक बन रही है। इसीप्रकार निःशक्त छात्र-छात्राओं के लिए उच्च शिक्षा में दी जाने वाली फीस निर्वाह भत्ता, परिवहन भत्ता योजना के माध्यम से 1500 रूपए देने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही छात्रगृह योजना में 1500 रूपए तक के लाभ की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। निःशक्त विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा एवं विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने पर वित्तीय सहायता की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री निःशक्त शिक्षा प्रोत्साहन योजना में दृष्टि बाधित/श्रवण वाधित विद्यार्थियों को अध्ययन हेतु सहायक उपकरण की सुविधा प्रदान की जावेगी। साथ ही म.प्र. के 6 वर्ष से अधिक आयु के बहुविकलांग एवं मानसिक रूप से अविकसित निःशक्तजनो को 5 रूपए प्रतिमाह आर्थिक सहायता की सुविधा देने में उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही निःशक्त व्यक्तियों के लिए सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना में म.प्र. लोक सेवा आयोग एवं संघ लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में सम्मिलित होने पर प्रांरभिक परीक्षा उत्तीर्ण के उपरांत 20 हजार रूपए, मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने पर 30 हजार रूपए तथा अंतिम चयन होने पर 20 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि के अवसर दिए जा रहे है।
इसीप्रकार निःशक्त व्यक्तियों को विशेष साधन/उपकरण देने की दिशा में अस्थिबाधित, दृष्टिबाधित, श्रवण बाधित निःशक्त व्यक्तियों को शारीरिक दोष दूर करने के लिए विशेष साधन उपकरण प्रदान करने की सुविधा प्रदान की जा रही है। साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अन्तर्गत निःशक्त व्यक्तियों के लिए 300 रूपए प्रतिमाह का लाभ दिया जा रहा है। इसीप्रकार दिव्यांगो के लिए संचालित अन्य योजनाऐं भी मददगार साबित हो रही है।
जिला प्रशासन के माध्यम से सामाजिक न्याय विभाग द्वारा जिले के दिव्यांगो को चिकित्सा विशेषज्ञ की अनुशंसा पर नगरीय निकाय, जनपद एवं सामाजिक न्याय विभाग के माध्यम से ट्राईसाइकिल केलीपर्स, व्हील चेयर, एमआर किट, स्वर्ण यंत्र, छडी, बैशाखी की सुविधाऐं जिला प्रशासन के माध्यम से सुनिश्चित की जा रही है।
जिले के शहरी एवं ग्रामीण अंचल में निवास करने वाले दिव्यांगो को शासकीय सेवा में 6 प्रतिशत आरक्षण की सुविधा दी गई है। इस सुविधा से दिव्यांग नौकरियों में सर्वोच्च अंक के आधार पर पद प्राप्त करने में सहायक बन रहे है। इसीप्रकार दिव्यांग खुले में शोच मुक्त को अपनाने के लिए अपने परिवार में 12 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि से शौचालयो का निराकरण कराकर बाहर शोच के लिए अपनी बहू बेटियों को होने वाली कठिनाईयों से भी छुटकारा दिलाने में अग्रसर हो रहे है। साथ ही निःशक्त व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण, निःशक्तता की जांच और निःशुल्क दवाईयां प्रदान करने के अवसर प्राप्त हो रहे है।
जिला न्यायाधीश मा. श्री भारत सिंह औहरिया के निर्देशन में जिले के विकास खण्ड भिण्ड के कस्बा उमरी में स्थित कृषि उपज मण्डी परिसर में न्यू मॉड्यूल शिविर के माध्यम से 2500 हितग्राहियों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने का अवसर 25 फरवरी 2018 को प्रदान किया गया । कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी की पहल पर आयोजित न्यू मॉड्यूल शिविर में शासन की कल्याणकारी एवं जनहितेषी योजनाओं के अलावा विधिक सहायता समूह योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने की पहल की गई। जिसमें 18 दिव्यांगो को ट्राईसाइकिल एवं 10 दिव्यांगो को व्हील चेयर देने की सुविधा उपलब्ध कराई गई।
जिले के विकास खण्ड भिण्ड के उमरी निवासी दिव्यांग श्री मोहन एवं श्री प्रदीप ने बताया कि केन्द्र और राज्य सरकार के माध्यम से दिव्यांगो के हितो की दिशा में संचालित योजनाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है। हमें शिविर के माध्यम से ट्राईसाइकिल की सुविधा प्रदान की गई है। इन उपकरणों से हमें भिण्ड शहर में आने जाने की सुविधा प्राप्त होगी। साथ ही हमारे अन्य 26 निःशक्तों को भी उपकरणों लाभ मिलेगा। साथ ही तरक्की की दिशा में रफ्तार पकडने में आसानी होगी।
– मोनू कुशवाह, मध्यप्रदेश