भाजपा के पास मोदी और योगी दो चेहरे इतने प्रभावशाली है कि इनके चेहरे पर ही वोट मांगने की अपील की जाती है कारण देशभक्ति और विकास हमेशा देश हित और प्रदेश हित की बात सबका साथ- सबका विकास ।फिर ऐसा क्या कारण है कि लगातार इस चुनाव में वोट प्रतिशत कम हो रहा है और वही भाजपा के लिए सबसे बड़ी परेशानी और चुनौती है।कहीं न कहीं प्रत्याशियों को दिए गए टिकट भी एक कारण है आम जनता हर प्रत्याशी मे मोदी और योगी की झलक देखना चाहती है।सरल और सहजता देखना चाहती है लेकिन प्रत्याशियों मे वह ऐसा महसूस नहीं कर पा रही अगर हम बरेली की ही बात करे तो आज तक मुख्यमंत्री किसी चुनाव में इतनी बार नहीं आये जितना इस चुनाव मे आना पड़ा यहां तक कि मोदी जी को भी आकर रोड शो और जनसभाएं करनी पड रही है ।इस बार तो ऐसा लग रहा है कि हर सीट पर जाना होगा। स्थानीय स्तर पर भी पार्टी गुटबाजी मे बटती नजर आ रही है।अपनी ही पार्टी के नेताओ पर टीका टिप्पणी का भी आम जनता पर गलत मैसेज जा रहा है शिक्षित वर्ग इसको भी अब नजरअंदाज नहीं कर पा रहा है।
कहीं न कहीं पार्टी द्वारा कराये प्रत्याशियों के सर्वे में भी सेंध लगाकर गलत रिपोर्ट दी गई। चुनाव मे घट रहा वोट प्रतिशत लगातार इस ओर इशारा कर रहा है कि घटे वोट प्रतिशत से नुकसान भाजपा को ही हो रहा है और इंडिया गठबंधन कहीं न कहीं इस घटे वोट प्रतिशत से अपने आप को मजबूत स्थिति में समझ रहा है।दूसरी ओर किसान और क्षत्रियों का विरोध को साधने मे भाजपा अभी तक नाकाम साबित हो रही है।