मोक्षदा एकादशी व गीता जयंती आज, बुधादित्य योग मे बरसेगी कृपा

बरेली। महाभारत के युद्ध के दौरान भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। हर वर्ष मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी के दिन बड़े ही उत्साह और भक्ति भाव से गीता जयंती मनाई जाती है। वर्ष भर मे सबसे विशेष महत्व रखने वाली मोक्षदा एकादशी 11 दिसंबर बुधवार को मनाई जाएगी। सबसे खास बात यह है कि इस दिन सूर्य- बुध ग्रह एक साथ मंगल ग्रह की वृश्चिक राशि में एक साथ विद्यमान रहेंगे। जिससे बुधादित्य योग का निर्माण होगा। बुधादित्य योग से धन, वैभव, मान-सम्मान प्राप्त होता है। आचार्य के मुताबिक बुधादित्य योग व्यक्ति के भाग्य को प्रभावी बना देता है। जिससे जीवन भर उसे लाभ मिलता रहता है इसलिए इस पर्व का महत्व कई गुना अधिक बढ़ गया है। ज्योतिष के अनुसार एकादशी तिथि की शुरुआत बुधवार को अल सुबह 3:45 से प्रारंभ होकर पूरे दिन व्याप्त रहने के बाद मध्य रात्रि तक विद्यमान रहेगी। ऐसे में उदयातिथि की प्रधानता अनुसार 11 दिसंबर को ही मोक्षदा एकादशी का पावन व्रत रखा जाएगा। धर्म शास्त्रों के अनुसार इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र के मैदान में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। जिस कारण इसी दिन गीता जयंती भी मनाते है। हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी की शुरुआत 11 दिसंबर को देर रात 03 बजकर 42 मिनट से होगी और इसका समापन 12 दिसंबर को रात 01 बजकर 9 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार गीता जंयती 11 दिसंबर को मनाई जाएगी। वही 11 दिसंबर को गीता जयंती पर वरियान, रवि और भद्रवास योग का निर्माण होगा। इन शुभ योगों में भगवान विष्णु की पूजा और गीता का पाठ करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है।।

बरेली से कपिल यादव

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