बरेली। मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरीदपुर मे विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया गया। सीएचसी पर मासिक धर्म संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉ. पूनम अग्रवाल, डॉ. वासिका ने बताया कि किशोरियों को पोषण, माहवारी स्वच्छता और सेनेटरी नैपकिन के उपयोग के बारे में जागरूक होना जरूरी है। गांव-देहात में अक्सर कई कारणों से महिलाएं सैनिटरी नैपकिन इस्तेमाल नही कर पाती हैं। इससे स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हो सकती है। यहां तक कि सर्विकल कैंसर, प्रजनन मार्ग में संक्रमण, हेपेटाइटिस बी का संक्रमण, मूत्र मार्ग मे संक्रमण और ऐसी अन्य अत्यंत गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। काउंसलर रुचि जयसवाल ने बताया कि मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बहुत जरुरी होता है। स्वच्छता प्रबंधन पर ध्यान नहीं दिए जाने से संक्रमण का खतरा रहता है। कार्यक्रम में डॉ. रजनीकांत नीरज, डॉ. इंद्रवीर प्रताप सिंह, कार्यक्रम प्रबंधक अनुराग शर्मा, अनुपम कुमार, समस्त सीएचओ, आशा बहुएं उपस्थित रही। वही सीएचसी एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विश्व माहवारी दिवस का आयोजन हुआ। चिकित्सा अधीक्षक डा.वागीश कुमार ने कहा माहवारी के समय किशोरियों को घबराना नहीं चाहिए। किसी भी तरह की समस्या होने पर परिजनों से खुलकर बात करनी चाहिए। साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। किशोर स्वास्थ्य काउंसलर विवेक नंद ने कहा लड़कियों को मेंसुरेशन के कारण खून की कमी हो जाती है। इससे उन्हें एनीमिया हो जाता है। खून की कमी हो जाने से वे अपने पढ़ने पर ध्यान नहीं दे पाती। किशोर किशोरियों को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। खाने में अधिक से अधिक हरी सब्जियों का प्रयोग करना चाहिए। चिकित्सा अधिकारी डा.रोहन दिवाकर ने कहा मेंसुरेशन के दौरान किशोरियों में चिड़चिड़ापन आ जाता है। ऐसे समय में किशोरियों को बिल्कुल नहीं घबराना चाहिए। आयरन की गोलियों का सेवन करना चाहिए। उलझन होने पर सरकारी अस्पताल में साथिया केंद्र पर किशोर, किशोरी अपनी समस्याओं के समाधान को संपर्क करें। सुषमा गंगवार, माधुरी चंद्रा, पुनीत सक्सेना, प्रेमपाल, एकता यादव मौजूद रही।।
बरेली से कपिल यादव