शीशगढ़, बरेली। जनपद के थाना शीशगढ़ कस्बे के एक निजी अस्पताल मे कस्बा निवासी महिला ने दुर्लभ अनुवांशिक विकार (हार्लेक्विन इक्थियोसिस) से ग्रसित बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म के समय उसका बड़ा सिर, बड़ी आंखें व शरीर पूरी तरह सफेद था। त्वचा जगह-जगह से फटी हुई थी। जन्म से ही उसके मुंह में दांत थे। जन्म के बाद से ही बच्चा अजीब तरह की आवाजें निकाल रहा था। बच्चे की शक्ल सूरत देख परिजन हैरत मे पड़ गए। अस्पताल के डॉक्टर ने उन्हें बच्चे को दिल्ली ले जाने की सलाह दी। बालक के विचित्र होने का पता चलने पर कस्बे मे तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी। दो दिन बाद बच्चे की मौत हो गई। दरअसल बच्चे का जन्म तीन दिन पहले कस्बे के एक निजी अस्पताल मे हुआ था। परेशान परिजन उसे दिल्ली के कलावती अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने बताया कि यह एक हार्लेक्विन बेबी है। बच्चे को उसके मां बाप वापस बरेली ले आए। बाद मे उसकी मौत हो गई। गांव में लोगों को इसकी जानकारी लगी तो देखने के लिए आने लगे। वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अतुल अग्रवाल का कहना है कि लभभग तीस लाख बच्चों मे से एक बच्चा हार्लेक्विन इविथयोसिस नामक दुर्लभ बीमारी की चपेट में रहता है। पूरी दुनिया मे अब तक ऐसे मात्र सौ से तीन सौ मामले ही सामने आए है। एक साल पहले भी बरेली मे इसी तरह का बच्चा जन्मा था। उसकी भी मौत हो गई थी।।
बरेली से कपिल यादव