बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। थाना क्षेत्र के गांव सिरसा जागीर के सेना मे सूबेदार कमल सिंह का डयूटी के दौरान मध्यप्रदेश के जबलपुर मे हृदय गति रुकने से निधन हो गया। निधन की सूचना पर परिवार समेत पूरे गांव मे शोक की लहर दौड़ गयी। परिजन शुक्रवार को शव घर पहुंचने की संभावना व्यक्त कर रहे है। 1984 में उनके पिता सूरज पाल सिंह और 2017 में उनके भाई चंद्रभान सिंह भी डयूटी के दौरान शहीद हो चुके है। थाना क्षेत्र के गांव सिरसा जागीर निवासी 48 बर्षीय कमल सिंह की पोस्टिंग 1997 में जम्मू मे हुई थी। इस समय वह सूबेदार थे। उनके बेटे अमन सिंह राठौर ने बताया कि इस समय पंजाब के पठानकोट मे उनकी पोस्टिंग थी। उनको बुधवार को आफिस के कार्य से मध्यप्रदेश के जबलपुर भेजा गया था।बुधवार की रात नौ बजे जबलपुर में उनको हृदयाघात पड़ गया। सेना के जवान उनको सेना के अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।सूचना पर पठानकोट से सेना की एक टीम उनके शव को लेने गयी है। बुधवार रात को ही परिजनों को सूचना मिल गयी।जिससे परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ गयी। शुक्रवार को उनका शव गांव पहुंचने की संभावना परिजनों ने जताई है। उनकी पत्नी और एक बेटी, दो बेटे पूना मे थे। वह गुरुवार को गांव पहुंच गए है। बताया 2017 मे उनके छोटे भाई चंद्रभान सिंह की डयूटी के दौरान हृदय गति रुकने से निधन हो गया था। वह अरूणाचल प्रदेश के तमांग मे तैनात थे। पहाड़ी क्षेत्र में अधिक ऊंचाई पर ऑक्सीजन कम होने के कारण उनको हृदयाघात पड़ा था। उनके पिताजी सूरज पाल सिंह की 1984 को डयूटी पर तैनाती के समय विस्फोट के दौरान मौत हो गयी थी।।
बरेली से कपिल यादव