मीरजापुर-मामला मण्डलीय अस्पताल मीरजापुर का है।आज जिलाधिकारी ने मण्डलीय अस्पताल का किया औचक निरीक्षक ।जिसमे मौके पर बडे पैमाने पर अनियमितता पायी गयी। कोई भी अस्पताल चलता है डॉक्टर से लेकिन मंडलीय अस्पताल में सीएमएस समेत सात डॉक्टर अनुपस्थित मीले जिससे नाराज होकर जिलाधिकारी मीरजापुर द्वारा कड़े लहजे में अनुपस्थित डॉक्टरो का एक दिन का वेतन काटने का कड़ा निर्देश देते हुए सभी लोगो से स्पस्टीकरण मांगा है ।प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्पताल में आज कुल चौसठ कर्मचारी अनुपस्थित मिले लेकिन अस्पताल में पूरे जिले से गरीब मजदूर और अन्य लोग यहां पर दवाई के लिए दूर दूर से आते है लेकिन डॉक्टरों की अनुपस्थिति उन मरीजो को बिना इलाज के ही मायूस होकर अपने घर अन्यथा किसी और प्राइवेट अस्पतालों में जगह इलाज करवाने को मजबूर है।लेकिन प्राइवेट अस्पताल हो या फिर पैथालॉजी कही भी सही जांच या इलाज नही मिल पाता और मण्डलीय अस्पताल में केवल सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक ही पैथालॉजी में जांच की जाती है जिससे मरीजो को इलाज के लिए भटकना पड़ता है और ग्रामीणों को असुविधा होती है और अस्पताल के बाहर से खरीद रहे है मरीज दवाइयां ।
मीरजापुर से बृजेन्द्र दुबे की रिपोर्ट