*जबलपुर जिले के पाटन थाना क्षेत्र का मामला शहपुरा रोड़ पर धनेटा के समीप हुआ हादसा एक महीने में दूसरी घटना
मध्यप्रदेश/जबलपुर- आज सुबह धान रोपन जा रहे मजदूरों से भरा 407 वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया हादसे के बाद चीख पुकार मच गई ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को वाहन से बाहर निकाला गया सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने सभी मजदूरों को इलाज के लिए पाटन अस्पताल में भर्ती कराया यहां एक मजदूर की हालत खराब होने पर तुरंत ही जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है हादसे का कारण स्टेरिंग फैल होना बताया जा रहा है पाटन पुलिस ने बताया कि हादसा धनेटा ग्राम के पास हुआ है जब मजदूरों से भरा 407 वाहन अचानक ही सड़क पर पलट गया हादसे के बाद वाहन चालक मौके से भाग निकला इधर उधर मदद के लिए घायल मजदूर लोगों को आवाज देते नजर आए ग्रामीणों ने जब यह हादसा देखा तो वे मदद के लिए पहुंचे किसी तरह सभी मजदूरों को वाहन से बाहर निकाला गया पुलिस का कहना है कि सभी मजदूर बेलखेड़ा के रहने वाले हैं जो शहपुरा धान रोपाई करने जा रहे थे शहपुरा में रहने वाले एक किसान द्वारा सभी मजदूरों को एक वाहन से लाया जा रहा था लेकिन रास्ते में वाहन का स्टेरिंग फैल हो गया इससे पहले की चालक उसको अपने नियंत्रण में करता वाहन लहराते हुए खेत में जाकर पलट गया इस दुर्घटना में महिला मजदूरों सहित पुरुषों को भी चोटें आई है
ये मजदूर हुए घायल
इस सड़क हादसे में राजेश सिंह शिवानी पंचम मुन्नी बाई काजल रंजना ममता धीर सिंह विशाखा केसरी संध्या दुर्गा बाई कपूरी बाई सभी निवासी पौड़ी खुर्द एवं कुडंल निवासी पथरिया थाना बैलखेड़ा के रहने वाले हैं इनमें से एक मजदूर की हालत नाजुक होने के कारण उसे उपचार के लिए जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है
हादसों का कारण है पंचायतों में रोजगार नहीं मिलना: पहले भी हो चुके हादसे फिर भी नहीं लिया सबक
सबसे बड़ा हादसे का कारण रोजगार है क्योंकि ग्राम पंचायतों में जो भी रोजगार गारंटी योजना के तहत लोगों के लिए काम आते हैं वह मजदूरों की जगह जेसीबी मशीनों से हो जाते हैं जिसके कारण लोगों को काम नहीं मिल पाता है और घर का पालन पोषण के करने के लिए लोग अपनी जान गंवा रहे हैं जहां सरकार लाखों दाबे करती रहती है कि लोगों को उनके ही गांव में रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा लेकिन यह सरकार की बातें सिर्फ कोरे कागज में सिमट कर रह जाती है और रातों रात मजदूरों की जगह जेसीबी से काम हो जाता है जिस काम के लिए एक लोगों को पलायन करके दूसरे गांव जाना पड़ता है आपको बता दें कि शहर में मजदूरों से भरे वाहन से हादसे पूर्व में भी हो चुके हैं जहां 13 जून को पाटन कटंगी मार्ग पर मजदूरों से भरा वाहन यहां पर भी पलट गया था जिसमें 2 महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी साथ ही दो दर्जन से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे जिनका उपचार भी जबलपुर में हुआ था हादसे का सबसे बड़ा कारण यह है कि वाहनों में मजदूरों को जानवरों की तरह भरा जाता है जिसके कारण ये हादसे हो रहे हैं वही वाहन चालक का नशे में होना भी प्रमुख कारण है पुलिस ने इस हादसे में वाहन जब्त कर चालक की तलाश शुरू कर दी है।
– अभिषेक रजक, जबलपुर