बरेली। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों मे दो दशक से अधिक समय से बच्चों को पढ़ा रहे शिक्षामित्र को चुनावी साल मे भाजपा सरकार से बड़ी उम्मीदे है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने कहा कि संघठन भाजपा सरकार से मांगों को पूरा करने की उम्मीद रखता है। सम्मानजनक और आजीविका के लिए शिक्षामित्रों को आवश्यक मानदेय का भुगतान करे। मौजूदा समय मे शिक्षामित्रों का मानदेय बहुत कम है इसलिए सरकार मानदेय वृद्धि पर निर्णय ले। ये बाते सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में हुई बैठक मे कही। महामंत्री कुमुद केशव पांडेय ने कहा कि लखनऊ मे शिक्षामित्रो के संघठन के साथ बैठक हुई थी। शिक्षामित्रों को उम्मीद थी कि उनके पक्ष मे जल्द कोई निर्णय होगा लेकिन सवा महीने से अधिक बीतने के बाद भी मानदेय वृद्धि के संबंध में कोई आदेश जारी नही हो सका है। अब जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की अधिसूचना का समय करीब आता जा रहा है। शिक्षामित्रों की निराशा बढ़ती जा रही है। पहले से संकटों का सामना कर रहे शिक्षामित्रों के लिए दस हजार मानदेय पर गुजर करना मुश्किल हो रहा है। उम्मीद है सरकार उनकी तकलीफ को समझकर जल्द कोई निर्णय लेगी। संरक्षक विनीत चौवे, अनिल गंगवार, अनिल यादव, सर्वेश पटेल, सतीश गंगवार, भगवान सिंह यादव, गौरव पाठक, अरविंद गंगवार, कुंवरसेन गंगवार, नरेश गंगवार, आसिम हुसैन, राजेश गंगवार, रामनिवास, तुलाराम वर्मा, धर्मेंद्र पटेल, अचल सक्सेना, हरीश गंगवार, हरवीर यादव, गौरव पाठक, जसवीर यादव, मदनलाल वर्मा, संतोष कुमार ने कहा कि मानदेय बढ़ाकर योगी सरकार शिक्षामित्र को राहत दे।।
बरेली से कपिल यादव