बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। थाना क्षेत्र के गांव ठिरिया खेतल और पिपरिया के बीच बैगुल और भाखड़ा नदी मे कुछ मछुआरों ने दवा डाल दी। जिससे हजारों मछलियां मर गई। सूचना पर अधिकारी नदी पर पहुंचे। अधिकारियों ने मरी मछली का सैंपल लिया। नदी किनारे के गांवों के लोगों को नदी की मछलियां दो-तीन दिन तक नही खाने की हिदायत दी है। दवा किस ने मिलाई यह पता नही लग सका है। बुधवार की दोपहर मे किसी ने नदी मे मरी मछलियां देखकर प्रशासन को सूचना दी। सूचना मिलने पर तहसीलदार भानुप्रताप सिंह, सीओ दीपशिखा, एसओ फतेहगंज पश्चिमी, राजस्व निरीक्षक हरिद्वारी लाल, बाढ़ खंड के एई, मत्स्य निरीक्षक विनय कुमार, लेखपाल आदित्य कुमार भाखड़ा व दोजोड़ा नदी पर पहुंच गए। अधिकारियों को कुछ मछुआरे नदी किनारे मछलियां पकड़ते मिले। कुछ मरी मछलियां नदी मे उतरा रही थी। मछलियों को निकाल कर गाड़ियों में भरकर ले गए। तहसीलदार के निर्देश पर एई ने मछलियों का सैंपल और पानी का भी नमूना लिया। तहसीलदार भानु प्रताप सिंह ने बताया ढेड़ से दो किलोमीटर की एरिया की मछलिया मर गई है। लेखपाल आदित्य कुमार ने बताया कि पिपरिया गांव के नजदीक भाखड़ा नदी में किसी ने कोई दवा डाल दी। इसके प्रभाव से भाखड़ा और दोजोड़ा नदी की मछलियां मर गई। दो दिन पहले किसी ग्रामीण ने थाना प्रभारी धनंजय पाण्डेय को बताया तो उन्होंने उस जगह पिकेट लगाकर लोगो को रोकने की कोशिश की। इसके बावजूद लोग चोरी छिपे मछलियों का शिकार कर रहे थे। मछलियों के पकड़ने पर रोक लगाई गई है।।
बरेली से कपिल यादव