वाराणसी- माफिया से माननीय बने बृजेश सिंह को बुधवार को बड़ी राहत मिल गयी है। चंदौली पुलिस ने बृजेश सिंह के सबसे बड़े मुकदमे सिकरौरा नरसंहार में गायब वादिनी को खोज निकाला है। चंदौली पुलिस ने मुख्य गवाह हीरावती देवी को गिरफ्तार करके अपर सत्र न्यायधीश (तृतीय) राजीव कमल पांडेय की अदालत में प्रस्तुत किया। कोर्ट ने सुनवाई के बाद हीरावती देवी को सशर्त जमानत दे दी है। माफिया से माननीय बने बृजेश सिंह के लिए अब एक ही मुकदमा गले की फांस बना हुआ है। सिकरौरा नरसंहार में बृजेश सिंह बरी हो जाते हैं तो जेल में वापस आने का रास्ता साफ हो जायेगा। हाईकोर्ट के निर्देश पर स्थानीय अदालत में सिकरौरा नरसंहार की सुनवाई तेजी से हो रही है। इस मामले की वादिनी हीरावती देवी जब कोर्ट में प्रस्तुत नहीं हुई तो अदालत नाराज हो गयी। कोर्ट ने पुलिस से पूछा कि हीरावती देवी बयान देने के लिए क्यों नहीं हाजिर हुई है इस पर चंदौली एसपी ने कोर्ट को बताया कि हीरावती देवी अपने बेटे व गनर के साथ इलाज कराने के लिए एसजीपीजीआई गयी थी वहां से उनका पता नहीं चल रहा है। मोबाइल भी नहीं मिल रहा है। एसपी चंंदौली ने बताया था कि हीरावती देवी के गनर के तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है इस पर कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए हीरावती देवी के लिए गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था और चंदौल व यूपी पुलिस को हीरावती को कोर्ट में हाजिर करने का आदेश दिया था।
चंदौली पुलिस ने हीरावती को किया घर के पास से गिरफ्तार
चंदौली पुलिस ने हीरावती को उनके आवास के पास से ही गिरफ्तार किया था। कोर्ट में हीरावती देवी ने बताया कि वह इलाज कराने के लिए लखनऊ गयी थी लेकिन आर्थिक तंगी के चलते वह समय पर नहीं घर नहीं पहुंच पायी थी जैसे ही वह घर पहुंची तो उन्हें कोर्ट के वारंट की जानकारी हुई। इसी बीच पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद कोर्ट ने हीरावती देवी को सशर्त जमानत दे दी है साथ ही कहा है कि जब भी आप आवास व गांव से बाहर जायेगी तो इसकी सूचना स्थानीय अदालत को देगी। मेडिकल सहायता के लिए चंदौली एसपी व चंदौली पुलिस को अवगत करायेगी। इसके साथ ही कोर्ट ने अब बयान देने के लिए हीरावती देवी को 9 मार्च को उपस्थित होने को कहा है।
रिपोर्ट-महेश पाण्डेय ब्यूरो चीफ वाराणसी मण्डल