बरेली। शुक्रवार को इस्लामिया मैदान मे एक उलमा की एक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें उलमा ने कहा कि नबी की शान मे गुस्ताखी करने वाले देश और समाज के लिए खतरा है मगर सरकार इनको सुरक्षा उपलब्ध करा रही है और कार्रवाई की मांग करने वालों पर बुल्डोजर चल रहा है। कॉन्फ्रेंस मे नामूस-ए-रिसालत, दहेज हटाओ-बेटी बचाओ व मुसलमानो में फैली सामाजिक बुराईयों और सोशल मीडिया व नौजवान पर इसके असर को लेकर उलमा ने चर्चा की। कान्फ्रेस की सरपरस्ती दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां, सदारत सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां और निगरानी सैयद आसिफ मियां ने की। मुफ्ती सलीम नूरी ने अपने खिताब में कहा कि आज हमारे मुल्क में कोई भी शख्स सस्ती शोहरत हासिल करने के लिए हमारे नबी की शान में गुस्ताखी कर देता है। ऐसे लोग समाज और देश की एकता के लिए खतरा हैं। हाल के दिनों में महाराष्ट्र के किसी शख्स ने नबी करीम पर नाकाबिले बर्दाश्त बातें कहीं। इसको पूरी दुनिया का मुसलमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर सकता। सरकार ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के बजाय सुरक्षा उपलब्ध करा देती है। इन पर कार्रवाई की मांग करने वालों को ही जेल में डाल दिया जाता है, घरों पर गैर कानूनी तरीके से बुल्डोजर चला दिया जाता है। दरगाह के नासिर कुरैशी ने बताया कि कॉन्फ्रेंस का संचालन कारी यूसुफ रजा ने किया। मुफ्ती आकिल रजवी, सूफी कैसर गुमान, सूफी मोइनुद्दीन अल्लाह बख्श, पीर नेहाल खोची, मौलाना फूल नेमत रजवी, मौलाना अब्दुल जलील ,मुफ्ती कफील हाशमी, मुफ्ती अफरोज आलम, मौलाना अख्तर, कारी अब्दुर्रहमान कादरी, मुफ्ती इब्राहीम, कारी सखावत हुसैन, कारी इकबाल मुरादाबादी आदि लोग शामिल हुए। मुफ्ती सलीम नूरी ने कहा कि मुस्लिम नौजवान तेजी के साथ नशे का आदि हो रहा है। हमें अपनी नौजवान नस्ल को इससे बचाना होगा। इसके लिए मां बाप को ध्यान देने की अधिक जरूरत है। साथ ही सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल करना होगा। आज न जाने कितने नौजवान इसके गलत इस्तेमाल के कारण जेलो में बंद हैं। उन्होंने मुस्लिम लड़कियों के धर्मांतरण के लिए दहेज को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि दहेज के चक्कर में हमारी बेटियों के कदम बहक रहे है।।
बरेली से कपिल यादव