*प्राथमिक विद्यालय मटिया नगला में द्वितीय श्रीमती ऊषा-श्रीदर्शन ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ आयोजन
*अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में अनेक राज्यों के शिक्षाविदो ने ऑनलाइन दिया व्याख्यान
बरेली। एडी बेसिक विनय कुमार, बीएसए बरेली संजय सिंह एवं खंड शिक्षा अधिकारी फरीदपुर भानु शंकर के निर्देशन में विकास खंड फरीदपुर के प्राथमिक विद्यालय मटिया नगला में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर ‘बालिका शिक्षा से सशक्तिकरण’ विषय पर द्वितीय श्रीमती ऊषा-श्रीदर्शन ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें बालिकाओं, किशोरियों एवं उनके अभिभावकों को बालिका शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। संगोष्ठी के आयोजक, राज्य पुरस्कृत शिक्षक व राज्य आईसीटी पुरस्कृत शिक्षक डॉ. अमित शर्मा ने बताया कि इस श्रीमती ऊषा-श्रीदर्शन ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन उन्होंने अपने स्वर्गीय माता-पिता की स्मृति में किया है और इस संगोष्ठी में उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा व उत्तर प्रदेश से ख्याति प्राप्त शिक्षाविदों ने प्रतिभाग कर जनजागरण का कार्य किया है। डॉ. अमित शर्मा बताते हैं कि लखनऊ से सहायक निदेशक, राज्य परियोजना, मनोज वर्मा ने अपनी वाणी से सबको मंत्र मुग्ध करते हुए बालिका शिक्षा और सशक्तिकरण हेतु किए जा रहे विभिन्न सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की विधिवत्, रोचक एवं प्रभावशाली ढंग से महत्वपूर्ण जानकारी दी। डॉ. शर्मा ने बताया कि द्वितीय ऑनलाइन अतिथि के रूप में कुशल वक्ता, बहुमुखी प्रतिभा की धनी, डायट प्रवक्ता नीति माहौर ने शिक्षा को बालिकाओं हेतु सबसे महत्वपूर्ण गैजेट बताया और सभी माता पिता से अपनी बच्चियों को पढ़ाने की अपील की। एआरपी गणित, कुशल वक्ता एवं लेखक, डॉ. अखिलेश उपाध्याय ने प्राथमिक स्तर पर, उत्तराखंड से बीएड विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर रीता पंत ने उच्च शिक्षा में बालिकाओं की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की और उनको दूर करने के व्यवहारिक उपायों को बताया। शिक्षा के क्षेत्र में पद्मश्री हेतु नामित और कुशल वक्ता, कवयित्री, लेखिका और शिक्षण के क्षेत्र में अपना लोहा मनवा चुकी डॉ. निशा शर्मा ने बहुत सहज तरीके से बालिकाओं को शिक्षित करने हेतु माताओं को जागरूक किया। यमुना नगर हरियाणा से कुशल वक्ता, कंप्यूटर एक्सपर्ट, अलका शर्मा ने बालिका शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। प्राथमिक विद्यालय आंध्रपुरा की प्रधान अध्यापिका सबीहा परवीन ने भी बहुत प्रभावी ढंग से अपनी बात रखी और बालिका शिक्षा के संबंध में महिलाओं और किशोरियों की जिज्ञासाओं को शांत किया। कार्यक्रम में डॉ. अखिलेश उपाध्याय, लोचन सिंह, राहुल जैन, प्रीति ने भी अपने विचार रखे व कार्यक्रम में विशेष सहयोग किया।