बाड़मेर : आदर्श स्टेडियम में रावण दहन होगा आयोजित

बाड़मेर /राजस्थान- हर साल की तरह इस बार भी आदर्श स्टेडियम बाड़मेर के खेलकूद मैदान में रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण के बड़े बड़े पुतलों का दहन होगा। इस सम्बन्ध में ज्यादा जानकारी देते हुए नगर परिषद के सुरेश चौधरी ने बताया कि तीनों पुतलों की लागत लगभग पाच लाख रुपये आई है और यहाँ की जनता को रावण दहन कार्यक्रम के दौरान शानदार आतिशबाजी देखने को मिलेगी।

अधिवक्ता कुमार कौशल अम्बा लाल जोशी ने बताया कि हमारे शास्त्रों के अनुसार विजय दशमी या विजयादशमी अथवा दशहरा आश्विन शुक्ल दशमी को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह भारतवर्ष का राष्ट्रीय त्योहार है। रामलीलाओं में जगह-जगह रावण वध का प्रदर्शन होता है। क्षत्रियों के यहां शस्त्रों की पूजा होती है। ब्रजभूमि के मंदिरों में इस दिन विशेष दर्शन होते हैं। इस दिन देवाधिदेव महादेव के पक्षी नीलकंठ का दर्शन बहुत शुभ माना जाता है। यह त्योहार क्षत्रियों के हथियारों की पूजा करने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इसमें अपराजिता देवी की पूजा अर्चना होती है। यह पूजन भी सर्वसुख देने वाला है। दशहरा या विजया दशमी नवरात्रि के बाद दसवें दिन मनाया जाता है। इस दिन राम ने रावण का वध किया था। रावण राम की पत्नी सीता का अपहरण कर लंका ले गया था। भगवान राम युद्ध की देवी मां दुर्गा के भक्त थे, उन्होंने युद्ध के दौरान पहले नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा की और दसवें दिन दुष्ट रावण का वध किया। इसके बाद राम ने भाई लक्ष्मण, भक्त हनुमान और बंदरों की सेना के साथ एक बड़ा युद्ध लड़कर सीता को छुड़ाया। इसलिए विजयादशमी एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण दिन है। इस दिन रावण, उसके भाई कुंभकर्ण और पुत्र मेघनाद के पुतले खुली जगह में जलाए जाते हैं। कलाकार राम, सीता और लक्ष्मण के रूप धारण करते हैं और आग के तीर से इन पुतलों को मारते हैं जो पटाखों से भरे होते हैं। पुतले में आग लगते ही वह धू-धू कर जलने लगता है और इनमें लगे पटाखे फटने लगते हैं और जिससे इनका अंत हो जाता है। यह त्योहार हमारे देश में बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक माना जाता है।

– राजस्थान से राजूचारण

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