बरेली। शहर मे बड़ी बमनपुरी की ऐतिहासिक राम बारात में हुरियारों ने जमकर रंग, गुलाल उड़ाया और शहरवासियों को रंगों से सराबोर करने मे कोई कोर कसर नही छोड़ी। होली की मस्ती में झूमते हुरियारों की टोली जिधर से गुजरी। उधर सड़कों पर रंगों की छाप पड़ती रही। जगह-जगह राम बरात का पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया। चौराहों पर शहरवासियों के साथ रंगों से भिगोने की मोर्चाबंदी आकर्षण का केंद्र रही। रविवार को 1400 स्थानों पर होलिका दहन होगा जबकि जिले मे कुल करीब 3500 जगह होलिका जलाई जाएगी। इससे पहले शहर मे ऐतिहासिक प्राचीन राम बरात भी निकाली गई। परंपरागत रूट से निकली राम बरात में होली के रंगों की ऐसी बरसात हुई कि हर कोई सराबोर हो गया। बारात भ्रमण के दौरान अर्धसैनिक बल पूरे रास्ते साथ रहा। पुलिस व पीएसी के अलावा एंबुलेंस व दमकल भी साथ चल रही हैं। सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। राम बारात का एक हिस्सा किला के मलूकपुर से निकलता है और इसमे प्रेमनगर के चाहबाई से निकलने वाला दूसरा हिस्सा बड़ा बाजार में मिलता है दोनों यात्राएं दोपहर मे मिलती है। पिछले वर्ष कुतुबखाना पुल निर्माण की वजह से बरात का रास्ता दो सौ मीटर बदला रहा था, लेकिन इस बार ये परंपरागत रास्ते से निकली। आपको बता दें कि बरेली में होली के अवसर पर रामलीला का आयोजन होता है। यह अनूठी परंपरा 164 वर्ष पुरानी है। इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया है। चाहबाई और बड़ी बमनपुरी दोनों स्थानों से निकली यात्राएं हुरियारों के हुड़दंग और रंगों की फुहार के साथ आगे बढ़ती हुई जिला पंचायत बिहारीपुर ढाल के पास एकजुट हो गई। रामबारात के मुख्य रथ पर प्रभु श्रीराम, सीता और लक्ष्मण के स्वरूप के अलावा मां सरस्वती, विष्णु भगवान, भगवान भोलेनाथ समेत अन्य देव स्वरूपों की झांकियां शामिल रहीं। बिहारीपुर ढाल, इस्लामिया ग्राउंड तिराहा, कालीबाड़ी, आलमगिरीगंज में विभिन्न समितियों की ओर से पुष्पवर्षा के जरिये प्रभु के स्वरूप और हुरियारों का स्वागत किया गया। हुरियारों के दायरे में आने वाले लोग रंगों से सराबोर होकर ही निकले।।
बरेली से कपिल यादव