बदायूं। बदायूं मे मंगलवार की शाम 6.30 बजे दो बच्चों की हत्या हुई। हत्या के बाद बवाल व आगजनी होने पर पुलिस-प्रशासन ने सतर्कता और बढ़ा दी है। संवेदनशील और मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में ज्यादा निगरानी है। पुलिस के साथ अर्धसैनिक बल तैनात है। हत्याकांड में नामजद एक आरोपी सखानूं निवासी साजिद (32) वारदात के मात्र तीन घंटे बाद ही पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया। उसका सगा भाई आरोपी जावेद (30) भागा हुआ है। उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। इधर दोनों बच्चों के शवों को बुधवार को कछला गंगाघाट पर दफन कर दिया गया। इस दौरान हर आंख में आंसू और हमदर्दी का भाव था। ठेकेदार विनोद कुमार के बेटे आयुष (13) और अहान (06) की चाकू से काटकर मंगलवार शाम हत्या कर दी गई थी। इस दोहरे हत्याकांड से हर कोई स्तब्ध है। सुबह से ही लोग घटनास्थल पर वारदात की वजह के खुलासे के साथ आरोपी जावेद को भी मौत की सजा देने और उनके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग उठाते रहे। यह तब है जब पुलिस ने वारदात के तीन घंटे में ही मुख्य आरोपी साजिद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। अगर आरोपी न मारा जाता तो बवाल ज्यादा होता। अब परिवार को सांत्वना देने और दोषियों को सजा दिलाने की मांग करते हुए लोगों का विनोद के घर पहुंचने का सिलसिला जारी है। हर कोई हत्या की वजह जानना चाहता है, लेकिन परिजनों के बयानों और पुलिस की अब तक की जांच मे कारण स्पष्ट नही हो सका है। बच्चों की मां संगीता ने तो हत्यारोपी साजिद के हाथ में पांच हजार रुपये भी दिए थे। उनका कहना है कि साजिद ने कहा था कि उसकी पत्नी की डिलीवरी होनी है। उसे पांच हजार रुपये उधार चाहिए। अगर रंजिश होती तो हम मदद क्यों करते। इस सवाल के साथ उन्होंने खुलासे की मांग की। एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि जावेद और साजिद पर एफआईआर दर्ज है। साजिद मुठभेड़ में मारा जा चुका है। जावेद का कुछ पता नहीं है। उसकी तलाश में 24 टीमें लगाई गई है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।।
बरेली से कपिल यादव