बरेली। शनिवार को आला हजरत के उर्स और पुलिस भर्ती परीक्षा के चलते यात्रियों के बढ़े दबाव के बीच विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते सेटेलाइट बस अड्डे पर मारामारी की स्थिति दिखी। बदहाल व्यवस्थाओं के बीच बेबस यात्री गंतव्य तक की बस ढूंढने के लिए भटकते दिखे। बड़ी संख्या में यात्रियों को डग्गामार वाहनों का भी सहारा लेना पड़ा। आला हजरत का उर्स व पुलिस भर्ती परीक्षा के चलते लंबी दूरी तय कर अभ्यर्थी व जायरीन शहर पहुंचे। उर्स के चलते पुराना रोडवेज बस अड्डा बंद होने के चलते सभी बसों का संचालन सेटेलाइट से ही किया गया। बसों की संख्या दोगुनी और यात्रियों की भीड़ कई गुना बढ़ने से यहां व्यवस्थाएं चरमरा गईं। दोपहर बाद कुल की रस्म अदा होने के बाद जायरीन अपने घरों के लिए रवाना हुए उसी दौरान पहली पाली की परीक्षा वाले अभ्यर्थी भी बस अड्डे पहुंचे। बस अड्डे पर अव्यवस्थाओं का आलम यह था कि लोगों को बसों को सही जानकारी तक नहीं मिल सकी। पूछताछ केंद्रों पर पूछने के बाद भी जब लोग बताई गई जगह पर पहुंचे, तो उन्हें वहां बस नहीं मिल सकी। इसके अलावा बीसलपुर मार्ग पर जाने वाली बस करीब दो बजे से चार बजे तक नहीं लगी। भीषण गर्मी के बीच यात्री गमछा, रूमाल व हाथ वाले पंखे का इस्तेमाल करने को मजबूर थे। बिहारीपुर के ब्रजेश ने बताया कि करीब डेढ़ बजे सेटेलाइट बस अड्डे पर पहुंच गया लेकिन दो घंटे से बस नहीं मिल सकी है। कोई सही जानकारी भी नहीं दे रहा है। फर्रुखाबाद के मौलाना सलीम खां कादरी ने कहा कि उर्स में शामिल होने के लिए आया था। बस अड्डे पर खड़े आधा घंटा हो चुका है। बस मिली नही और पूछताछ केंद्र पर कोई जबाव नहीं दे रहा।।
बरेली से कपिल यादव