ग़ाज़ीपुर- पैरों का ठोकर न तो विद्यालय की चहारदीवारी झेल पाई और ना ही दीवालें। फर्श का तो और भी बुरा हाल था। छते भी फट गई है। मनिहारी विकासखंड के ग्राम पंचायत सिखड़ी अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय नगीना पार की जर्जरता को सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजभूषण दूबे ने न केवल देखा बल्कि उसका वीडियो तथा चित्र गाजीपुर के जिलाधिकारी सहित शासन को भेजते हुए बच्चों तथा अध्यापकों की जान बचाए जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की नींव पर खड़ा यह विद्यालय कभी भी हो सकता है धराशाई। सोमवार को ब्रजभूषण दूबे अभिभावकों के बुलावे पर विद्यालय का भौतिक सत्यापन किया।
वहां छात्र-छात्राएं 50 की संख्या में है वही प्रधानाध्यापक के अलावा 2 महिला शिक्षक भी हैं जिन्हें शौचालय के अभाव में खेतों तक मौलिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जाना होता है। शौचालय के लिए ना तो गड्ढा खोदा गया है और ना ही गमला ही बैठाया गया है। छोटी सी दीवार खड़ी कर बाहर से ताला लगा दिया गया है।
ब्रजभूषण दूबे ने विद्यालय का चित्र एवं वीडियो गाजीपुर के जिलाधिकारी के बालाजी एवं प्रशासन को भेजते हुए तत्काल 2012 में निर्मित अतिरिक्त कक्ष व मूल भवन से बच्चों को निकालने तथा पढ़ाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कराए जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि ऐसे समस्त विद्यालयों को चिन्हित कर उसमें से बच्चों को जाने से रोका जाए अन्यथा कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने जर्जर भवन को धराशाई करने, भवन प्रभारी व संबंधित अधिकारियों से क्षतिपूर्ति वसूल करने के साथ विद्यालय का नया भवन मानक के अनुसार बनाए जाने की मांग किया। उक्त अवसर पर समग्र विकास इंडिया के व्याख्याता गुल्लू सिंह यादव , पीयूष कांत पांडे, उत्कर्ष तिवारी आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट-:प्रदीप दुबे गाजीपुर