गाजीपुर। जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के नारे के साथ पुर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने नये भारत की बुनियाद रख दी थी। कनेक्टिविटी महत्व पर उन्होंने ध्यान देते हुए पहल की थी दूरसंचार के क्षेत्र मे उन्होंने महत्वपूर्ण वृद्धि करने से उनके प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए मोबाइल फोन कि संख्या बढने लगी थी यह बातें आज नगर के अग्रवाल पैलेस मे पुर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के समृति सम्मान मे आयोजित सर्वदलीय सार्वजनिक श्रद्धांजलि समारोह मे केन्द्रीय संचार व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कही उन्होंने कहा कि विकसित राष्ट्रो के हवाई अड्डों की तरह भारत के भी हवाई अड्डों का कायाकल्प हो उसकी भी नींव आदरणीय अटल जी ने रखी थी। मंत्री मनोज सिन्हा ने जन जन के उत्थान के लिए किए गये पं अटल जी के योगदान की चर्चा नम आंखों से करते हुए कहा कि भारत के आधारभूत संचरना के निर्माण, अंत्योदय, सर्व शिक्षा अभियान जैसे महत्व के कार्य को उन्होंने प्रमुखता दी थी। लाहौर बस यात्रा, कारगिल संघर्ष उनके सहिष्णुता व संघर्ष क्षमता के द्योतक है। उन्होंने कहा कि जो लोकप्रियता श्रद्धेय अटल जी को मिली वह अगर प्रधानमंत्री नहीं होते तो भी वह प्राप्त थी। अटल जी का नाम इस शताब्दी के महामनिषियों मे सबसे उपर रहेगा। भारतीय संस्कृति के पोषक के साथ साथ देश विज्ञान के क्षेत्र मे प्रगति करे उनके इस सोच को जानने के लिए कस्तूरी रंगन व डा कलाम जी को पढना होगा। मंत्री ने कहा की श्रद्धेय अटल जी के बताए हुए राष्ट्र के प्रति उनके पद चिन्हों पर चल सकूं यही हमारी उनके प्रति हार्दिक सच्ची श्रद्धांजलि है। लहूरी काशी की बलिदानी धरती गाजीपुर ने आज प्रखर वक्ता, सहित्यकार, पत्रकार सहित अनन्य प्रतिभा के धनी पुर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न पं अटल बिहारी वाजपेयी जी को एक सादे समारोह मे श्रद्धांजलि अर्पित की । अटल बिहारी वाजपेयी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए जनपद के साहित्यकारों, पत्रकारों, अधिवक्ताओं, उद्यमी वक्ताओं ने उनके राष्ट् के प्रति उपलब्धि तथा योगदान की मुक्त कंठों से उनके समृतियों को साझा किया। कार्यक्रम का प्रारंभ वयोवृद्ध अनंतदेव पांडेय ने दीप प्रज्वलित कर तो जिले के ख्याति प्राप्त चिकित्सक डा आर बी राय ने अटल जी के छवि पर सुमन पंखुणी अर्पित कर किया। सामाजिक कार्यकर्ताओं, राजनेताओं, साहित्यकारों, पत्रकारों, किसानों, महिलाओं की लम्बी लाइन क्रमबद्धता से राष्ट्र पुरोधा को श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी तो उनकी कविताएं हर वक्ता के वाणी मे समाहित थी। समारोह मे चलचित्र के माध्यम से उनके समृतियों का चित्रहार लगातार पटल पर चल रहा था जिसमे उनके बचपन से लेकर सारी अवस्थाएं, उपलब्धियां समाहित थी। जिसमे हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूगां— तो संसद मे राष्ट्र की शिर्षता व महानता पर दिये गये उनके उद्बबोधन सरकारें आएगी,सरकारें जाएगी —- तो राष्ट्र जमीन का सिर्फ एक टुकड़ा नहीं— आदि का वर्णन था। श्रद्धांजलि समारोह को पुर्व विधान परिषद सदस्य बाबूलाल बलवंत,पुर्व विधायक उदय प्रताप सिंह,सरिता अग्रवाल, श्रीकांत पांडेय, राष्टिय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक, हिन्दुस्तान अखबार के अमरमणी त्रिपाठी, सच्चीदानंद राय, विरेन्द्र कुमार पांडेय,सामाजिक कार्यकर्ता बृजभुषण दूबे, जावेद अहमद, अधिवक्ता रणजीत सिंह,राम अवतार यादव,प्रभुनाथ चौहान, राजेश भारद्वाज, कवि हृदयेश जी, विजेंद्र राय, विजय शंकर राय, रामदास राजभर, सरोज कुशवाहा, मारकंडेय सिंह,प्रेमनाथ गुप्ता, जितेन्द्रनाथ पांडेय, रामनरेश कुशवाहा सहित आदि अन्य लोगों ने उदगार व्यक्त किये तो भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह,कृष्ण बिहारी राय,सुनिल सिंह, ओमप्रकाश राय, पप्पू सिंह, सिद्धार्थ राय, रमाशंकर उपाध्याय, रूद्रा पांडेय,सरोज मिश्रा,रमेश सिंह पप्पू, कार्तिक गुप्ता व शशिकान्त शर्मा सहित आदि अन्य सम्मानित महिला पुरुष उपस्थित थे।
– गाजीपुर से प्रदीप दुबे की रिपोर्ट