बरेली। पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के बैनर तले विभिन्न संगठनों के केन्द्रीय व राज्य कर्मचारियों, शिक्षकों और अधिकारियों ने चौकी चौराहा स्थित गांधी प्रतिमा तले पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर मौन धरना देकर सरकार के प्रति विरोध जताया। मौन धरने के बाद कर्मचारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर मौन ही कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला। कलेक्ट्रेट गेट पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसीएम प्रथम रमेश चन्द्रा को सौंपा गया। कलेक्ट्रेट गेट पर संयुक्त मंच के जिला संयोजक एवं नरमू के केन्द्रीय अध्यक्ष बसंत चतुर्वेदी ने कहा कि मौन व्रत रखकर हमने अपनी मांग को दोहराया है। सह संयोजक एवं आयकर महासंघ के सर्किल महासचिव रवीन्द्र सिंह ने कहा कि ज्वाइंट फोरम के बैनर तले नवम्बर 2022 से शुरू हुई मुहिम में दो घंटे का मौन व्रत रखकर हमने कमर कस ली है। संघर्ष समिति के चेयरमैन डॉ. अंचल अहेरी ने कहा कि एनपीएस मतलब नो पेंशन स्कीम। राजस्व संग्रह अमीन संघ के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश शर्मा ने कहा कि विधायक एवं सांसद खुद तो तीन-तीन, चार-चार पेंशन ले रहे हैं और कर्मचारियों एवं शिक्षकों को पेंशन नही मिल रही है। धरने मे रेलवे के जगवीर सिंह यादव, ताजुद्दीन, आयकर विभाग के अरुण जायसवाल, राकेश सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के मनोज गंगवार, योगेश गंगवार, डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ से देवदत्त पचौरी, रनवीर सिंह सिंचाई विभाग से विमल कुमार वशिष्ट, नन्दलाल, अमीन संघ से सूर्य प्रकाश, जोरावर सिंह, बरेली ट्रेड यूनियन फैडरेशन के अध्यक्ष मुकेश सक्सेना, महामंत्री संजीव मेहरोत्रा, कृषि विभाग से मुरारीलाल गंगवार प्रेमपाल, वन विभाग से संजय शर्मा, वाणिज्य कर से मुकेश कन्नौजिया, शर्मिला बंसल, बेसिक शिक्षा कर्मचारी संघ से राजीव शर्मा, आयुर्वेदिक कर्मचारी संघ से दीनदयाल रस्तोगी, माध्यमिक शिक्षा कर्मचारी संघ से राहुल सक्सेना, एनसीसी कर्मचारी संघ से जगपाल भाटी, बरेली कालेज कर्मचारी संघ से जितेन्द्र मिश्रा, हरीश मौर्य, पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ से सर्वेश मौर्य आदि रहे।।
बरेली से कपिल यादव