संत कबीर नगर- उ0प्र0 अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष रामनरेश पासवान का जनपद भ्रमण कार्यक्रम के क्रम में तहसील धनघटा क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम मिठना सिठना में अनुसूचित जाति के व्यक्तियों द्वारा फूल मालाओं से सम्मानित किया गया एवं उनकी समस्याओं को सुना गया। तदुपरान्त निरीक्षण गृह संत कबीर नगर में पुलिस विभाग एवं समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की गयी। बैठक में मा0 उपाध्यक्ष द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति से सम्बंधित पंजीकृत अपराधों एवं लम्बित आर्थिक सहायता की जानकारी ली गयी। अपर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि जनपद में एक वर्ष में कुल 86 अपराध पंजीकृत किये गये। जिसमें से 55 में से आरोप पत्र दाखिल किया गया। 13 मामलों में अंतिम रिर्पोट लगाई गयी। कुल 14 मामलों में विवेचना लम्बित है। जिला विकास अधिकारी बताया गया कि कुल 73 प्रस्ताव अनुदान हेतु प्रस्तुत किये गये है। वर्ष में कुल 41 मामलों में अनुसूचित जाति के 80 पीड़ितों को रू0 50.50 लाख का अनुदान वितरित किया गया शेष 32 मामलों में कार्यवाही प्रचलित है। मा0 उपाध्यक्ष द्वारा बताया गया कि सरकार के मंशा के अनुरूप अनुसूचित जाति एवं जनजाति के पीड़ित लोगों को जनपद स्तर पर ही न्याय दिलाना पहली प्राथमिकता है, जिसके लिए पुलिस प्रशासन को त्वरित कार्यवाही किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया है कि अनुसूचित जाति एवं जनजातियों के लोगो पर हो रहें अन्याय से सम्बंधित जो भी प्रकरण संज्ञान में आये उनका त्वरित गति से निराकरण अवश्य कराया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने विकास की जो भी योजनाओं लागू की है उनमें समानपाति रूप से अनुसूचित जातियों एवं जन जातियों के लोगो का भी कल्याण हो रहा है। पूर्ववर्ती सरकारो द्वारा अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों के लोगो पर अत्याचार किया गया है। जबतक समाज के निचले लोगो एवं पीड़ित व्यक्तियों को न्याय नही मिलता तबतक देश का विकास सम्भव नही है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में प्रदेश के विभिन्न जनपदो में आयोग के सदस्यों द्वारा जन समस्याओं को सुनने एवं उनके त्वरित निराकरण के लिए भ्रमण कार्यक्रम लगा हुआ है
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