*एनसीएससी की जिला स्तरीय ऑनलाइन शिक्षण प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न
बुलंदशहर- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद नई दिल्ली के तत्वावधान में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस एन सी एस सी बुलंदशहर की जिला स्तरीय कार्यशाला का ऑनलाइन आयोजन चेतराम हरियाणा इंटर कॉलेज डिबाई बुलंदशहर से किया गया जिसमें 113 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया ।राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त प्रधानाचार्य विज्ञान संचारक डॉ रवि प्रकाश शर्मा ने 31वी राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की कार्यशाला हेतु रूपरेखा प्रस्तुत की और बताया इस वर्ष 2023 का विषय स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारितंत्र को समझना है। इसके उप विषय पारितंत्र को समझना, स्वास्थ्य पोषण और कल्याण को बढ़ावा देना ,पारितंत्र के प्रति सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान, आत्मनिर्भरता के लिए पारितंत्र आधारित दृष्टिकोण, पारितंत्र और स्वास्थ्य के लिए तकनीकी नवाचार है जिसमें कोई भी शीर्षक चुन सकते हैं। मुख्य वक्ता एकेडमिक समन्वयक एनसीएससी एनआर पूजा जौहरी ने कहा कि पारितंत्र और स्वास्थ्य के प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण आज की महत्वपूर्ण आवश्यकता है ।इसके प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ रहकर संपोषण और संधारण कर सकते हैं । पावर पॉइंट पीपीटी से स्लाइड दिखाकर बिंदुवार व्याख्या की । विद्यार्थी बाल वैज्ञानिक के रूप में अपने प्रोजेक्ट का प्रस्तुतिकरण जूनियर वर्ग में 10 से 14 वर्ष एवं सीनियर वर्ग में 14 से 17 वर्ष मार्गदर्शक शिक्षक के साथ दो विद्यार्थियों की टीम में करते हैं।प्रमुख बाल वैज्ञानिक 5 मिनट का प्रोजेक्ट रिपोर्ट फाइल, लॉग बुक ,चार चार्ट पोस्टर ,एवं सर्वे बुक के साथ करेगा। कार्यशाला में वरिष्ठ चिकित्सक विनीत पालीवाल, पारितंत्र विशेषज्ञ इको क्लब प्रभारी प्रवीण कुमार शर्मा , सह समन्वयक एन सी एस सी फारूक एवं ए आर पी शिखा शर्मा ने संबोधित किया और शंकाओं का समाधान किया ।इस बात पर बल दिया गया कि स्थानीय समस्याओं के वैज्ञानिक हल हेतु अच्छे प्रोजेक्ट निर्माण के साथ अच्छा प्रस्तुतिकरण होना चाहिए जिससे जनपद बुलंदशहर के बाल वैज्ञानिक गत वर्ष की भांति राष्ट्रीय स्तर पर अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करें। शीघ्र ही जिला विद्यालय निरीक्षक बुलंदशहर के द्वारा जनपदीय आयोजन हेतु नई तिथि की घोषणा की जाएगी। कार्यशाला का संचालन आईसीटी विशेषज्ञ आरत श्रीवास्तव ने किया।