बरेली। शहर मे 2010 में हुए दंगे के मुख्य अभियुक्त करार दिए गए आईएमसी प्रमुख तौकीर रजा खां का अब तक कोई पता नही लगा है। इस बीच पुलिस अफसरों ने दावा किया है कि तौकीर की गिरफ्तारी के लिए आठ और टीमें बरेली से रवाना की गई है जो कई राज्यों में उसके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है लेकिन अब तक कोई कामयाबी नही मिल पाई है। तौकीर का मोबाइल फोन ज्यादातर बंद रहने से कोई सटीक लोकेशन तक नही मिल पा रही है। कोर्ट के आदेश के अनुसार मंगलवार को मौलाना को कोर्ट मे पेश करना है। पुलिस ने सोमवार को मौलाना के बरेली स्थित घर पर वारंट चस्पा कर दिया है। इस दौरान भारी पुलिसबल मौजूद रहा। बरेली मे 2010 मे हुए दंगे के मामले में मास्टरमाइंड तौकीर रजा को एडीजे रवि कुमार दिवाकर के आदेशानुसार मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाना है। चार दिन से मौलाना का मोबाइल फोन बंद हैं। परिचितों व रिश्तेदारों के मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर पुलिस कड़ियां जोड़ रही हैं। इस तरह से इनपुट मिलने के बाद बरेली पुलिस की एक टीम दिल्ली के निजामुद्दीन पुलिस स्टेशन मे मौजूद है। दूसरी टीम अजमेर गई है। पश्चिमी बंगाल व हैदराबाद में लोकेशन मिलने के बाद वहां भी पुलिस टीमें भेजी गई है। मौलाना तौकीर का शहर मे खासा नेटवर्क है। पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से लेकर परिजन व रिश्तेदार बरेली से ताल्लुक रखते है। आशंका है कि मौलाना किसी न किसी तरीके से इनके संपर्क में हो सकते हैं। इसलिए पुलिस ने मौलाना के कई करीबियों के यहां भी दबिश दी। कुछ को कोतवाली व प्रेमनगर थाने लाकर पूछताछ भी की गई है। उनके मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर लगाए गए हैं। सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि मौलाना की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी मौलाना के कई समर्थक सक्रिय रहते हैं। मौलाना की गतिविधियों को लेकर यह पोस्ट व कमेंट करते रहते हैं। पुलिस ने साइबर व सर्विलांस सेल को इस काम पर लगाया है कि इनकी गतिविधियों से ही मौलाना की लोकेशन ट्रेस की जाए।।
बरेली से कपिल यादव