शाहजहांपुर- सदर शाहजहाँपुर में दो अप्रैल को न्यायालय एवं सरकार विरोधी दलित आंदोलन के जुलूस के दौरान दोपहर के समय आंदोलनकारियों द्वारा रेलवे ट्रैक को बाधित करते वक्त पत्रकार धनंजय वाजपेयी ने जिला हरदोई में तैनात लोक सेवक व राजपत्रित अधिकारी जीटीआई के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह ने समाचार का कबरेज कर रहें पत्रकार धनंजय वाजपेई पर जानलेवा हमला करते हुए अपना लाइसेंसी रिवाल्वर उनके पेट पर लगाते हुए कैमरा भी छीन कर जमीन पर पटक दिया। तथा अपने साथियों के साथ मिलकर मारपीट करते हुए श्री वाजपेई का मोबाइल भी तोड़ दिया। इस घटना की तहरीर कोतवाली सदर बाजार पुलिस को दी गई। पुलिस ने राजन सिंह के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया। लेकिन पुलिस द्वारा अभियुक्त के विरुद्ध कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई। कार्रवाई ना होने के कारण अभियुक्त राजन सिंह खुलेआम घूमते हुए पीड़ित धनंजय वाजपेई पर राजीनामा करने का दबाव बना रहा है। कार्यवाही ना होने के कारण सोमवार को पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट में सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। और राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। जिससे प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए फौरन ही पत्रकारों के एक शिष्टमंडल को डीएम ने अपने आवास पर बुलाया और उसी समय पुलिस अधीक्षक के.बी. सिंह, पुलिस अधीक्षक सिटी दिनेश त्रिपाठी, सीओ सिटी सुमित शुक्ला,एसओ सदर बाजार के सामने पत्रकारों के शिष्टमंडल से बार्ता करते दो दिन के अंदर कार्यवाही करने का पूरा आश्वासन दिया। तथा उन्होंने मुकदमा की कॉपी को संलग्न करते हुए डीएम हरदोई को राजन सिंह की करतूत को अवगत कराया। इस मौके पर जरीफ मलिक आनन्द, सुनील अग्निहोत्री,राजीव गुप्ता,बलराम शर्मा,रमाशंकर पांडे,अभिनय गुप्ता,कौशलेंद्र मिश्रा,अनिल मिश्रा,विवेक वर्मा,सुशील शर्मा,अनुज मिश्रा,रोहित पांडे,रमाशंकर दीक्षित,पंकज सक्सेना,अर्जुन श्रीवास्तव,एल.के.मिश्रा,राजू मिश्रा,मो.शान,राजेंद्र बाबा,दीपक दीक्षित, मौजज्म खान,सुशील शुक्ला,नरेंद्र शर्मा आदि सैकड़ों पत्रकार मौजूद रहे।
– देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा