*अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में कुपोषण मुक्त भारत अभियान का हिस्सा बने 23 देश
नागल/ सहारनपुर- स्वर्ण भारत परिवार और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा यूनिसेफ, यूएनडीपी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान और महिला एवं बाल विकास विभाग भारत सरकार के सहयोग से कुपोषण मुक्त विश्व परिचर्चा 2020 ग्लोबल कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें 23 देशों ने प्रतिभाग किया। नीति आयोग के डायरेक्शन के अनुसार राष्ट्रीय पोषण माह के मद्देनजर कार्यक्रम की प्राइम थीम संकल्प कुपोषण मुक्त भारत रही।
कार्यक्रम में स्वर्ण भारत परिवार के ग्लोबल एंबेसडर, देश-विदेश से अवार्डी व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कुपोषण मुक्त भारत विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। गूगल मीट पर आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन कार्यक्रम में स्वर्ण भारत परिवार के संस्थापक/अध्यक्ष पीयूष पंडित एवं पुरस्कार समिति की राष्ट्रीय अध्यक्षा डा. राधा वाल्मीकि ने विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य कर रहे देश-विदेश से प्रतिभावानों को डा एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय पुरस्कार-2020 देकर सम्मानित किया।
जिनमें युवा जोश व युवा सोच से लबरेज फार्मेसी कॉलेज बडूली नागल सहारनपुर के प्रशासनिक सहायक लेखक-कवि आशीष भारती को भी उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए नीति आयोग भारत सरकार एवं स्वर्ण भारत परिवार द्वारा डा एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय पुरस्कार-2020 से सम्मानित किया गया। आशीष भारती साहित्य के क्षेत्र में अपनी कलम के माध्यम से नीत नये आयाम स्थापित करने में जी-जान से जुटे हैं। पूर्व में भी इन्हें बड़े-बड़े मंचों से कई साहित्यिक सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है। विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य पर स्वर्ण भारत परिवार द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में हिंदी की महत्ता पर प्रकाश डालने के लिए स्वर्ण भारत राष्ट्रीय हिंदी रत्न से भी सम्मानित किया गया। पूर्व में अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय भोपाल मध्य प्रदेश एवं हिंदी यूनिवर्स फाउंडेशन नीदरलैंड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पंच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में सहभागिता करने पर इन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रमाणपत्र से भी सम्मानित किया गया।
आशीष भारती आकाशवाणी नजीबाबाद केंद्र पर दो बार साहित्यिक वार्ता, राजनीतिक साहित्यिक, सामाजिक मंचों पर काव्य पाठ एवं अंतरराष्ट्रीय वेबिनारों में सहभागिता- प्रतिभागिता भी कर रहे हैं। आशीष भारती को डा. एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर शैक्षिक, साहित्यिक, राजनीतिक शुभचिन्तको ने उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
– सहारनपुर से मन्थन चौधरी