बरेली। शनिवार को नगर निगम का अतिक्रमण विरोधी अभियान नावल्टी से घंटाघर तक चला। पुलिस के सहयोग से अतिक्रमण हटाने के इस अभियान में सिविल लाइंस बाजार मे खलबली मच गई। नगर निगम की टीम ने जेसीबी मशीन की मदद से सड़क किनारे बनी टाट-पटरी की दुकानें हटा दी। इस दौरान व्यापारियों और अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई। अतिक्रमण निरीक्षक विवेक कुमार वर्मा और राजस्व निरीक्षक नीरज गंगवार ने किया। टीम के साथ ट्रैफिक और कोतवाली पुलिस भी मौजूद रही। दोपहर 12 बजे शुरू हुए अभियान से बाजार मे हलचल बढ़ गई। जैसे ही टीम आगे बढ़ी। दुकानदारों ने अपनी दुकानें खाली करनी शुरू कर दी। जिला अस्पताल के पास पहुंचने तक अधिकांश दुकानदारों ने अपना सामान गोदामों में पहुंचा दिया। इसके बाद बची हुई टाट-पटरियां और सड़क किनारे के अवैध निर्माणों को बुलडोजर से हटाया गया। अतिक्रमण हटाने की यह बड़ी कार्रवाई सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह के पत्र पर की गई। उन्होंने शिकायत की थी कि जिला अस्पताल के सामने ओवरब्रिज के दोनों ओर सड़क पर फेरीवालों की वजह से जाम की स्थिति बन रही है। जाम के कारण एंबुलेंस और रोगियों को अस्पताल पहुंचने में देरी हो रही थी, जिससे गंभीर मरीजों की जान पर बन सकती थी। इसके बाद नगर निगम की टीम ने जिला अस्पताल के पास के क्षेत्रों में अभियान चलाकर अवैध दुकानों और फेरीवालों को हटाया। ट्रैफिक पुलिस ने पुल के नीचे खड़े अवैध वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की। कुल 40 वाहनों के चालान काटे गए और कई वाहनों को पुलिस ने उठाकर कोतवाली में खड़ा करवा दिया। दुकानदारों ने पुलिस की सख्ती के चलते अपने वाहन हटाना शुरू कर दिया। अतिक्रमण निरीक्षक विवेक कुमार वर्मा ने बताया कि अभियान के बाद सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव को पत्र भेजा गया है। इसमें अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई और नियमों का हवाला देते हुए पुलिस की जिम्मेदारी तय करने का अनुरोध किया गया है ताकि दोबारा अतिक्रमण न हो सके।।
बरेली से कपिल यादव