नटराज नाट्य संस्था ने असमंजस बाबू की आत्मकथा नाटक का किया नटराज काॅपैक्ट थिएटर में मंचन

बरेली- आज “नटराज काॅपैक्ट थिएटर” में ‘नटराज’ नाट्य संस्था ने ‘असमंजस बाबू की आत्मकथा’ नाटक का मंचन किया। ‘सत्यजीत रे’ की कहानी पर आधारित इस नाटक के लेखक हैं -अख्तर अली ।इसका निर्देशन अंबुज कुकरेती ने किया। नाटक में अमृता प्रीतम और सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविताओं का तथा ओशो की टिप्पणियों का बहुत ही सुंदर समावेश किया गया है ।नाटक जहाँ एक ओर सामाजिक कुरीतियों, इंसान की इंसान के प्रति उदासीनता ,परिवर्तन को ना स्वीकारना दर्शाता है वहीं दूसरी ओर मनुष्य व पशु के बीच प्रेम और वफादारी को दर्शाता है। नाटक में असमंजस बाबू की मुख्य भूमिका में संजय सक्सेना ने श्रेष्ठअभिनय का प्रदर्शन किया। कोरस में अनुज वर्मा मनीष यादव व प्रिया ने भी सराहनीय अभिनय किया। प्रकाश व्यवस्था अमरजीत सिंह ‘काके’ , संगीत संरचना परमप्रीत सिंह की तथा मंच व्यवस्था शिवम यादव की थी। नाटक के उपरांत अमरजीत सिंह ‘काके’ को नाट्यकर्म में उनकी प्रकाश व्यवस्था की लंबी पारी के लिए सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर संजीव शुक्ला, पप्पू वर्मा, पंकज कुकरेती, रविंद्र उपाध्याय, पंकज श्रीवास्तव, आशीष पांडे कमला घले, पुष्पा अरुण व सचिन भारतीय समेत अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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