दो दिवसीय अष्टम द ग्रेट गणपति महोत्सव के समापन पर गणपति की महत्ता से श्रद्धालुओं को कराया अवगत

बरेली। ऑल इंडिया रियल फॉर कल्चरल, एजुकेशनल, वेलफेयर सोसायटी, माँ गंगा बचाओ वेलफेयर सोसायटी, महिला कल्याण समिति के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय अष्टम द ग्रेट गणपति महोत्सव के दूसरे दिन संस्थापक/राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.रजनीश सक्सेना के नेतृत्व में आज शिवाजी पार्क, जनकपुरी पर भगवान गणपति जी की पूजा अर्चना के उपरांत आचार्य गोपाल कृष्ण मिश्रा अंकुर जी महाराज ने श्रद्धालुओं को भगवान गणपति जी की महिमा से रूबरू कराया। इस अवसर पर हवन पूजन कर विधिवत पूजा अर्चना की गई। उसके बाद प्रारंभ हुई शोभायात्रा का शुभारंभ मुख्य अतिथि संरक्षक गुलशन आनंद, कार्यक्रम अध्यक्ष अनुपम कपूर, डॉ. सत्यपाल सिंह, सी एल शर्मा, पंकज अग्रवाल, डॉ. डी सी शर्मा, योगेश कुमार पटेल, डॉ. एम एम अग्रवाल, सुरेन्द्र रस्तोगी, आचार्य अजय शर्मा, अवनीश यादव आदि ने भगवान गणपति जी का तिलक वंदन कर किया।

शोभायात्रा पार्क से प्रारंभ होकर राजेंद्र नगर के भिन्न भिन्न मार्गो से गुजरती हुई रामगंगा पर समाप्त हुई। जहाँ भगवान गणपति जी की प्रतिमा का कार्यक्रम के दौरान खंडित होने के कारण विधिवत विसर्जन किया गया। संचालन सचिन श्याम भारतीय ने किया। शोभायात्रा में महिलाओं ने नृत्य एवं गीत संगीत की धुनों पर समां बांधा। अतिथियों का स्वागत अखिलेश शर्मा, अभिषेक सक्सेना, चेतन पुरी, राजेन्द्र गुलाटी, शशिकांत गौतम, विशेष कुमार, अंकुर सक्सेना, तरुण सूरी, सौरभ सक्सेना, धीरज कुमार, प्रवेश उपाध्याय, सौरभ अरोरा, संजीव सक्सेना आदि ने किया। इस अवसर पर श्री कृष्ण सुदामा आर्ट ग्रुप की ओर से राधा कृष्ण एवं भगवान गणेश जी की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। आभार प्रकट करते हुए संस्थापक/राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रजनीश सक्सेना ने कहा कि भगवान गणपति जी की विसर्जन की परम्परा महाराष्ट्र की है। संस्था परिवार ने पिछले वर्ष से एक नई पहल करते हुए भगवान गणपति जी की प्रतिमा का विसर्जन न करके शिव मंदिर इंद्रा नगर में विराजमान किया था जहां प्रतिदिन उनकी विधिवत पूजा अर्चना नियमानुसार की गई। इस वर्ष भी यहीं नियम था पर कार्यक्रम के दौरान भगवान गणपति जी की प्रतिमा सूक्ष्म खंडित होने के कारण संस्था परिवार ने उक्त प्रतिमा की स्थापना ना कर के रामगंगा के पावन घाट पर जाकर विसर्जन किया। संस्था परिवार की ओर से यह निर्णय लिया गया कि अगले वर्ष से भगवान गणपति जी की पीतल की प्रतिमा की स्थापना की जायेगी तथा यह प्रथा आजीवन जारी रहेगी। अंत में आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।

– बरेली से सचिन श्याम भारतीय

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