बरेली। शुक्रवार को ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के तत्वाधान मे दरगाह आला हजरत स्थित मुफ्ती हाउस मे एक गोष्टी का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता करते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने करते हुए कहा कि देश में एकता हमेशा से रही है। इस महान राष्ट्र का ताना-बाना विभिन्न धर्मों, भाषाओं और संस्कृतियों के धागों मे गहराई से बुना गया है। द केरला स्टोरी और उसके बाद अकोला, महाराष्ट्र मे हुई हिंसा से जुड़े विवादों की पृष्ठभूमि के बीच यह घटना एक शक्तिशाली अनुस्मारक के रूप में कार्य करती है कि विभाजनकारी आख्यान भारत मे कभी सफल नही होगा। भारत में चंद लोग विभाजनकारी नीति अपना रहें हैं। वो ये चाहते हैं कि दो अलग अलग समुदाय के बीच भाईचारे को बांट दिया जाए। गोष्ठी मे हाजी नाजिम बेग ने कहा कि प्रसिद्ध संगीतकार ए आर रहमान ने हाल ही में एक धार्मिक स्थल के अंदर एक दूसरे धर्म के जोड़े का विवाह समारोह का वीडियो साझा किया है। इस खूबसूरत समारोह ने आपसी सम्मान की भावना का उदाहरण दिया। मदरसा शाने आला हजरत के प्रधानाचार्य मुफ्ती शेख सिराजुद्दीन कादरी ने कहा कि भारत प्राचीन काल से ही सहिष्णुता, स्वीकृति और सह-अस्तित्व का प्रतीक रहा है। धार्मिक स्थल में शादी समारोह भारत की बहुलवाद की परंपरा और विपरीत परिस्थितियों में एकता को बनाए रखने की प्रतिबद्धता की याद दिलाता है। इस्लामी रिसर्च सेंटर के उप निदेशक आरिफ अंसारी ने कहा कि विभाजन के मुख्य कारण जो अक्सर गलत फहमी और शिक्षा की कमी से उत्पन्न होते हैं। गोष्टी में मुख्य रूप से मौलाना अनीसुर रहमान, मौलाना अबसार रजा, मौलाना आजाद, हाफिज अब्दुल वाहिद, इकबाल अंसारी, अब्दुल हसीब खां आदि रहे।।
बरेली से कपिल यादव